राफेल पर संसद से लेकर सड़क और सोशल मीडिया पर रार जारी है। कल रात को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के बीच ट्विटर वार चली।
वहीं आज संसद में सीतारमण ने राहुल द्वारा लगाए गए आरोपों पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वह सदन में दिए अपने बयान पर अडिग हैं।
वहीं राहुल ने पहले ट्विटर पर एचएएल को लेकर सवाल किया और फिर संसद भवन के बाहर प्रेस कांफ्रेस करके पीएम को बहस की चुनौती दी और रक्षामंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने कहा, ‘आज (रक्षामंत्री) निर्मला सीतारमण ने संसद में झूठ बोला…। मैं रक्षामंत्री तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फिर आग्रह करता हूं कि इस सवाल का सिर्फ ‘हां’ या ‘नहीं’ में जवाब दें कि क्या वायुसेना और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने आपके दखल देने पर आपत्ति की थी या नहीं।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने अनिल अंबानी के मित्र की कंपनी डसॉल्ट को 20,000 करोड़ रुपये दिए है, जबकि उन्होंने भारत को अभी तक एक भी जहाज़ नहीं सौंपा है।
राहुल गांधी ने ट्वीट करके एचएएल के कर्मचारियों की तनख्वाह पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, ‘एचएएल के पास तनख्वाह देने के पर्याप्त राशि नहीं है यह काफी हैरानी वाली बात है।
अनिल अंबानी के पास राफेल है। अब उसे अपने अनुबंधों को पूरा करने के लिए एचएएल की शानदार प्रतिभा की आवश्यकता है।
राहुल गांधी ने कहा कि सिर्फ 36 राफेल का सौदा क्यों हुआ? इस दौरान राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहस की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी सिर्फ 15 मिनट मुझसे इस मुद्दे पर बहस करें। पूरे देश को पता चल जाएगा कि राफेल डील में क्या गड़बड़ है।
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