भारत और अमेरिका की सरकारों के बीच जंगी विमान एफ-15ईएक्स के बारे में चर्चा हुई है और इस संबंध में दोनों देशों की वायुसेना के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान किया गया है। बोइंग के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। दरअसल अमेरिका की सरकार ने एयरोस्पेस क्षेत्र की प्रमुख कंपनी बोइंग द्वारा भारतीय वायुसेना को इस नए बहुउद्देश्यीय जंगी विमान की बिक्री का रास्ता साफ कर दिया है।
एफ-15ईएक्स विमान एफ-15 विमानों की श्रृंखला का ही सबसे नया एवं आधुनिक स्वरूप है जो बहुउद्देश्यीय होने के साथ-साथ हर मौसम और रात तथा दिन में संचालित होने की क्षमता से लैस है। बोइंग इंटरनेशन सेल्स ऐंड इंडस्ट्रीयल पार्टनशिप्स की उपाध्यक्ष मारिया एच लैने ने पीटीआई-भाषा से एक साक्षात्कार में कहा, दोनों देशों की सरकारों के बीच चर्चा हुई और फिर दोनों देशों की वायुसेना ने एफ-15ईएक्स के बारे में सूचनाओं का आदान-प्रदान किया।
भारत को एफ-15ईएक्स विमान देने के हमारे लाइसेंस संबंधी अनुरोध को अमेरिका की सरकार ने स्वीकार कर लिया है। अप्रैल 2019 में भारतीय वायुसेना ने करीब 18 अरब डॉलर की लागत से 114 विमानों के अधिग्रहण के लिए ‘सूचना का अनुरोध या शुरुआती निविदा जारी की थी जिसे हाल के वर्षों में दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य खरीद बताया गया था। बोइंग ने कहा कि बेंगलुरु में अगले हफ्ते से शुरु हो रहे एयरो इंडिया 2021 में एफ-15ईएक्स विमान को प्रदर्शित किया जाएगा।