राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपूर विद्यापीठ ऑनलाइन परीक्षाओमें फिरसे एकबार पिछड़ गया है. इवन सेमिस्टर की परीक्षाएं आजसे शुरू होने वाली थी जो की पूरी तरह से ठप होने की जानकारी मिल रही है.
आज दी २५ मार्च, सुबह ८ से ११ बजे के स्लॉट में परीक्षाएं आयोजित की गयी थी जिनमे विद्यार्थियोंको भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा. बहुतांश विद्यार्थी अपना पेपर शुरुहि नहीं कर पाए. इनवैलिड इंटेक्स, ऑब्जेक्ट रेफरेंस नॉट सेट, कनेक्शन एक्ज़ोस्टेड जैसे हजारो एरर्स के बिच विद्यार्थी खुद को ठगा महसूस करने लगे.
पहले भी इस मामले में नागपुर यूनिवर्सिटीने असफलता देखी है बावजुद इसके पूरी प्रक्रिया से विद्यापीठ प्रशासन ने कुछ खास सिख नहीं ली ऐसा दिख रहा है. शाम होते होते विद्यापीठ को आजकी सारी परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी. नागपुर विद्यापीठ में पढ़नेवाले लाखो विद्यार्थियोंका भविष्य फिरसे अधरमे फंस चूका है.
कुलगुरु नहीं थे गंभीर, नागपूर
इसके पहले हुई ऑनलाइन परीक्षाओमेभी यहाँ भारी गड़बडिया हुई. इसके बाद कई एक्सपर्ट्स ने खुद कुलगुरु से मुलाकात करके इसके बारेमे चर्चा की. इन चर्चाओंमेभी हमेशा पूर्व में हुई ऑनलाइन परीक्षाओके आयोजन को कुलगुरु खुद ही सफल बताकर असफलता पर पर्दा डालते गए. ऐसा प्रतीत होता है के कुलगुरु ऑफलाइन परीक्षाओ के समर्थन में थे इसलिए ऑनलाइन परीक्षाओके सफल आयोजन के बारेमे उन्होंने गंभीरता नहीं दिखाई।
एक प्रतिनिधि ने बताया की कुलगुरु खुद को टेक्नोक्रेट दिखाते रहते है, ऑनलाइन परिक्षओमे एकबार फिरसे असफल होने का मतलब उनका और प्रशासन का असफल होना है.
नयी तारीख के चक्कर में टाइमपास करना ही है मकसद
सुत्रोंके दिखाई। ऑफलाइन परीक्षायोके लिए सही समय आने का इंतज़ार करते करते कोरोना के नए खतरेके चलते फिरसे एकबार प्रशासन को ऑनलाइन परीक्षा लेनी पड़ी. आज अनिश्चित काल के लिए परीक्षाओको आगे धकेलनेका मकसद दरअसल ऑफलाइन के लिए फिरसे इंतज़ार करना हो सकता है.