पुलवामा आतंकी हमल के बाद से ही देश में पाकिस्तान के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग उठ रही थी। हमले के 12 दिन बाद भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा पार करके आतंकी ठिकानों पर भारी बमबारी की। जिसमें आतंकी कैंप बर्बाद हो गया।प्रेस कांफ्रेंस में गोखले ने बहुत ही राजनयिक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने बालाकोट पर असैन्य कार्रवाई की।
विदेश सचिव ने कहा, ‘विश्वस्त खुफिया सूचना मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) देश के कई हिस्सों में कई और आत्मघाती हमले करने की फिराक में हैं। इसके लिए फिदायीन जिहादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ऐसे में भारत की ओर से दुश्मनों को थामने के लिए इस तरह का हमला करना बेहद आवश्यक हो गया था। भारत ने जेईएम के सबसे बड़े कैंप पर निशाना साधा है।’
इससे पहले पाकिस्तानी सेना के डीजी आईएसपीआर आसिफ गफूर ने आरोप लगाया था कि भारतीय वायुसेना का विमान एलओसी पार करके पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में घुस आया था। जिसका पाकिस्तानी सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया और वायुसेना को वापस लौटना पड़ा।
अपने पहले ट्वीट में गफूर ने लिखा था, ‘भारतीय वायुसेना ने एलओसी का उल्लंघन किया। पाकिस्तानी वायुसेना ने तुरंत उसका जवाब दिया। भारतीय विमान वापस लौटे। इसके बारे में ज्यादा जानकारी जुटाई जा रही है।’
इसके बाद अपने दूसरे ट्वीट में गफूर ने लिखा, ‘भारतीय विमानों ने मुजफ्फराबाद इलाके से घुसपैठ की। पाकिस्तानी वायुसेना ने समय पर और प्रभावी कार्रवाई की जिसके कारण भारतीय वायुसेना वापस लौट गई। किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ और न ही कोई हताहत हुआ।’
वायुसेना ने जिन आतंकी ठिकानों पर बम बरसाए उनके नाम हैं- लीपा, पछीबन चाम, काहूता, कोतरली, शारदी, केल, दुधनियाल, अठमुका, जूरा, लैंजोट, निकियाल, खुरेटा और मंथौर।
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