अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बाघंबरी मठ के प्रमुख महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मौत मामले में यूपी पुलिस ने जांच तेज कर दी है. महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य रहे स्वामी आनंद गिरि (Swami Anand Giri) से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है. पता चला है कि यूपी पुलिस स्वामी आनंद गिरि को लेकर प्रयागराज (Prayagraj) पहुंच गई है. आनंद गिरि को पुलिस लाइन में रखा गया है.
बता दें आनंद गिरि महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में नामजद हैं. सूत्रों के अनुसार पुलिस स्वामी आनंद गिरी से थोड़ी देर में पूछताछ करेगी. जार्जटाउन थाने में स्वामी आनंद गिरि के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
पता चला है कि आनंद गिरि को पुलिस लाइन के क्राइम ब्रांच में रखा गया है. आज लखनऊ से उन्हें प्रयागराज पुलिस लाइन लाया गया. बता दें महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद पुलिस को सुसाइट नोट मिला था, जिसमें आनंद गिरि का भी नाम था.
महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध स्थिति में मौत मामले में प्रयागराज पुलिस ने कई राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के साथ-साथ आधा दर्जन से ज्यादा व्यक्तियों को हिरासत में लिया है. इन सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी. उनके गनर से भी पूछताछ की जाएगी.
सुशील मिश्रा ने कही ये बात
महंत नरेंद्र गिरि और स्वामी आनंद गिरि के बीच समझौता कराने वाले बीजेपी नेता सुशील मिश्रा ने न्यूज़18 से बातचीत में कहा कि उस वक्त महंत नरेंद्र गिरि ने मुझसे कहा था कि आनंद गिरि मीडिया में मेरे बारे में उल्टी सीधी बात कर रहे हैं, उसके बाद हम लोगों ने मध्यस्थता करवाने के लिए आनंद गिरि और महराज की मुलाकात करवाई थी. हम लोग आनंद गिरि को पहले नहीं जानते थे. आनंद गिरि के बारे में हमें कुछ पता नहीं था, लेकिन दोनों ने बंद कमरे में जाकर बात की थी. अंदर क्या बात हुई यह हमें नहीं बताया गया था. मैं पुलिस की जांच में पूरा सहयोग करूंगा. पुलिस जो भी जानना चाहेगी मैं सब बताऊंगा. अगर समझौता कराना अपराध होता तो हम मठ नहीं जाते, मैने सब के भले के लिए समझौता कराया था.