संयुक्त किसान मोर्चा ने बड़ा एक्शन लेते हुए योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है. लंबे समय से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही जा रही थी. हाल ही में योगेंद्र यादव मृतक बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिवार से मिलने गए थे. उस मुलाकात के बाद से ही योगेंद्र का किसानों द्वारा विरोध हो रहा था.
संयुक्त किसान मोर्चा ने बड़ा एक्शन लेते हुए योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है.
लंबे समय से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही जा रही थी.
हाल ही में योगेंद्र यादव मृतक बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिवार से मिलने गए थे. उस मुलाकात के बाद से ही योगेंद्र का किसानों द्वारा विरोध हो रहा था.
BJP कार्यकर्ता के घर गए थे मिलने:योगेंद्र यादव
गत तीन अक्टूबर को जिले के तिकोनिया इलाके में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।
इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष और 15-20 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
आशीष को नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में अब तक 10 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
वहीं, लखीमपुर खीरी की एक स्थानीय अदालत ने मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों की तीन दिन की पुलिस हिरासत की अर्जी गुरुवार को मंजूर कर ली।
इन आरोपियों में सुमित जायसवाल, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, नंदन सिंह बिष्ट और शिशुपाल शामिल हैं।
नई दिल्ली:
संगठन ने योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है.
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर संवेदना प्रकट करने के लिए जाने के कारण उनपर यह कार्रवाई की गई है.
इसकी मांग पंजाब के किसान संगठनों के द्वारा की गई थी.
निलंबन अवधि में संयुक्त किसान मोर्चा की किसी भी गतिविधि का हिस्सा नहीं होंगे.
योगेंद्र यादव ने अपने इस कदम पर माफी भी मांगी है.
यह फैसला सिंघु बॉर्डर पर गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेताओं द्वारा की गई लंबी बैठक के बाद लिया गया.
बता दें कि योगेंद्र यादव लखीमपुर खीरी की घटना में मारे गए किसान नेताओं के घर पर 12 अक्टूबर को अरदास में गए थे.
इसी दौरान वे भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर पर भी चले गए थे.
लखीमपुर खीरी घटना में शुभम मिश्रा की भी मौत हो गई थी.
योगेंद्र यादव का शुभम मिश्रा के घर जाना पंजाब से जुड़े किसान संगठनों और किसान नेताओं को रास नहीं आया.
किसान नेताओं ने कहा कि भाजपा नेताओं के घर नहीं जाना चाहिए था.
योगेंद्र यादव लंबे समय से संयुक्त किसान मोर्चा के साथ जुड़े हुए हैं.
किसान आंदोलन में उन्होंने प्रमुख सूत्रधार की तरह संयुक्त किसान मोर्चा के साथ काम किया है.
26 नवंबर 2020 से शुरू हुए किसान आंदोलन में उनकी बड़ी भूमिका रही है.