श्रीनगर आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या मंगलवार को तीन हो गई है। घटना में घायल एक अन्य पुलिसकर्मी ने मंगलवार सुबह दम तोड़ दिया।
शहीद जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान की पहचान गांदरबल जिले के याचामा कंगन के रमीज अहमद के रूप में हुई है।
श्रीनगर के पंथा चौक इलाके के जेवान में सोमवार शाम को आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस कर्मियों को ले जा रही एक बस पर फायरिंग कर दी थी। हमले में कम से कम 11 पुलिस कर्मी घायल हो गए और दो ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था।
इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और हमलावरों की तलाश के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और विवरण मांगा है।
इसके अलावा अस्पताल में भर्ती तीन अन्य पुलिसकर्मियों की हालत नाजुक है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इलाके की नाकाबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इससे पूर्व कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट कर बताया था कि आतंकी हमले में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि यह आतंकी हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब देश 13 दिसंबर 2001 को संसद भवन में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दे रहा था। तब आतंकी हमले में नौ सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में सभी पांचों आतंकवादियों को मार गिराया था।
विपक्ष ने सरकार को घेरा
श्रीनगर आतंकी हमले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया। कांग्रेस, पीडीपी और एनसी ने सरकार को घेरा है। एनसी अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने फिर पाकिस्तान से बातचीत की वकालत कर दी है तो वहीं महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि कश्मीर में कुछ भी ठीक नहीं है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस लीडर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमले में मरने वाले जवानों के परिवार के साथ हूं।