6 अप्रैल को भाजपा स्थापना दिवस अपना 42वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। इसके पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा कि हम उन सभी को याद करते हैं जिन्होंने पार्टी का निर्माण किया है और लोगों की अथक सेवा की है।
संबोधन की शुरुआत में पीएम ने कहा- आज नवरात्रि का पांचवां दिन है। आज हम मां स्कंद माता की पूजा करते हैं। हमने देखा है कि वह कमल के सिंहासन पर विराजमान हैं और अपने दोनों हाथों में कमल लिए हुए हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि भाजपा के प्रत्येक नागरिक और कार्यकर्ता पर उनका आशीर्वाद बना रहे।
मोदी की स्पीच की अहम बातें..
भाजपा स्थापना दिवस के अहम होने के 3 कारण बताए जनसंघ से लेकर भाजपा तक पार्टी के निर्माण में खुद को खपाने वाले महापुरुषों को नमन करता हूं।
आज का स्थापना दिवस तीन वजहों से अहम है।
1. इस समय हम देश की आजादी के 75 साल का जश्न मना रहे हैं। ये प्रेरणा का बहुत बड़ा अवसर है। दूसरा- तेजी से बदलती हुई वैश्विक परिस्थितियां। तीसरा- 4 राज्यों में भाजपा के डबल इंजिन की सरकार वापस लौटी।
तीन दशक बाद राज्यसभा में किसी पार्टी के सदस्यों की संख्या 100 तक पहुंची है।
2. अमृतकाल भाजपा कार्यकर्ता के लिए कर्तव्य काल है।
भाजपा का दायित्व, कार्यकर्ताओं का दायित्व लगातार बढ़ रहा है।
इसलिए भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता देश के सपनों का प्रतिनिधि है।
इस अमृतकाल में भारत की सोच आत्मनिर्भरता की है।
लोकल को ग्लोबल बनाने की है।
सामाजिक न्याय की है। समरसता की है।
इन्हीं संकल्पों को लेकर विचार के रूप में हमारी पार्टी की स्थापना हुई।
ये अमृतकाल हमारे कार्यकर्ता के लिए कर्तव्य काल है।
हमें देश के संकल्पों के साथ निरंतर जुड़े रहना है और खुद को खपा देना है।
3. हमें मनावता की बात करने वाले देश के तौर पर देखा जा रहा एक समय था जब लोगों ने मान लिया था कि सरकार किसी की भी आए|
लेकिन देश का कुछ नहीं हो पाएगा। निराशा ही निराशा थी।
देश का एक-एक जन गर्व से यह कह रहा है कि देश बदल रहा है।
तेजी से आगे बढ़ रहा है।
आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है|
जो बिना किसी डर या दबाव के अपने हितों के लिए अडिग रहता है।
जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो, तब भारत को एक देश के रूप में देखा जा रहा है|
जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।