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    वाराणसी में मां शृंगार गौरी से संबंधित ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के मुकदमे में एडवोकेट कमिश्नर के मसले पर आज सुनवाई होगी। सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर की अदालत फैसला सुनाएगी। ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के लिए नियुक्त एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र को लेकर प्रतिवादी अंजुमन इंतजामियां मसाजिद कमेटी ने अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था। मसाजिद कमेटी का कहना है कि एडवोकेट कमिश्नर सर्वे का काम निष्पक्ष तरीके से नहीं कर रहे थे। इसलिए अदालत किसी और को कमिश्नर नियुक्त करे।

    इससे पहले सोमवार को अदालत में हुई सुनवाई के दौरान वादी-प्रतिवादी पक्ष और एडवोकेट कमिश्नर ने अपनी-अपनी दलीलें पेश की थी। वादी पक्ष का कहना था कि एडवोकेट कमिश्नर अपना काम सही से कर रहे हैं और सर्वे का काम बाधित करने के लिए प्रतिवादी झूठे आरोप लगा रहे हैं। ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर वीडियोग्राफी और सत्यापन की अनुमति दी जाए। वादी पक्ष की दलीलों पर आज प्रतिवादी पक्ष फिर अपनी दलीलें पेश करेगा। उसके बाद अदालत अपना फैसला सुनाएगी।

    ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने रविवार को घोषणा की थी

    पांचों महिलाएं बोलीं- केस नहीं लेंगे वापस
    ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने रविवार को घोषणा की थी कि वह सोमवार को अदालत में केस वापस लेंगे। केस दर्ज करने वाली पांचों महिलाओं ने जब इससे इनकार कर दिया तो खुद को अलग-थलग पड़ता देख सोमवार को जितेंद्र सिंह बिसेन ने यू-टर्न ले लिया। कहा कि उनकी बात का गलत अर्थ निकाला गया।

    वह आदि विश्वेश्वर से संबंधित एक अन्य मुकदमे को वापस लेने आए हैं।

    इसके साथ ही देश विरोधी शक्तियों को हावी होते देख उन्होंने अपने संगठन की प्रदेश, मंडल, जिला|

    वार्ड स्तर की इकाइयों को भंग कर दिया है।
    6 मई को शुरू हुआ था सर्वे
    अदालत के आदेश पर नियुक्त एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने दोनों पक्षों की मौजूदगी में 6 मई की दोपहर ज्ञानवापी परिसर का सर्वे शुरू किया था।

    पहले ही दिन सर्वे को लेकर हंगामा और नारेबाजी हुई थी।

    मुस्लिम पक्ष ने आरोप लगाया कि एडवोकेट कमिश्नर वादी पक्ष की तरह पार्टी बनकर सर्वे कर रहे हैं।

    7 मई की दोपहर सर्वे का काम फिर शुरू हुआ।

    वादी पक्ष ने आरोप लगाया कि तकरीबन 500 से ज्यादा मुस्लिम मस्जिद में मौजूद थे|

    उन्हें सर्वे के लिए वहां अंदर नहीं जाने दिया गया।

    इस वजह से वह सर्वे छोड़ कर जा रहे हैं|

    अब अपना पक्ष 9 मई को अदालत में रखेंगे।

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