बेंगलुरु (Bangalore) में आई बाढ़ (Flood) से होटल कमरों की मांग में तेजी आयी है. घरों में पानी भर जाने से लोगों ने बचाव के लिए होटल का रुख लिया है जिससे कमरों के किराये बढ़ गए हैं. उद्योग की कंपनियों ने कहा कि शहर के ज्यादातर होटलों में पहले से ही बहुत अधिक भीड़ थी. होटलों की बढ़ी कीमतें केवल बाढ़ की वजह से नहीं हैं. यात्रा एवं आतिथ्य क्षेत्र के प्रौद्योगिकी मंच ओयो के प्रवक्ता ने कहा कि वर्तमान में बेंगलुरु में ओयो की औसत कीमत 1,000 रुपये से थोड़ा ज्यादा है, जिससे शहर में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए यह एक किफायती और आसानी से रहने का बेहतर विकल्प बन गया है.
उन्होंने कहा कि हमारा ‘नियरबाय स्टे’ विकल्प और ‘पे एट होटल’ सुविधा ओयो की बुकिंग को आसान बनाती है. हम उम्मीद करते हैं कि शहर के लिए इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान लोगों को रिहायश के लिए गुणवत्तापूर्ण व्यवस्था मिलेगी. लीला पैलेस बेंगलुरु के एक कर्मचारी ने कहा कि किराये और मांग के आधार पर होटल कीमत हमेशा गतिशील रही है. मौजूदा समय में होटल की एक रात के लिए दो कमरे की कीमत 15,750 रुपये है जबकि एक रात के लिए एक कमरे की कीमत 15,000 रुपये है इसमें कर भी शामिल है.
आईबिस बेंगलुरु सिटी सेंटर के एक कर्मचारी ने कहा कि बाढ़ से पहले भी शहर के 98 प्रतिशत कमरों की बुकिंग थी. वहीं एक कमरे के लिए शुल्क पहले से ही 6,800 रुपये प्रति रात और दो कमरे का किराया प्रति रात 7,100 रुपये से अधिक था. जबकि इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.