महाराष्ट्र के एफडीए (Food and Drug Administration) ने राज्य में जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर के लाइसेंस को रद्द कर दिया है और राज्य में उत्पाद के निर्माण और बिक्री को रोक दिया है. क्योंकि यह पाया गया है कि शिशुओं के लिए पाउडर का पीएच मान अनिवार्य सीमा से ऊपर है. महाराष्ट्र एफडीए के सूत्रों ने सीएनबीसी-टीवी18 को बताया कि ‘हमने कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे यह बताने को कहा है कि उनका लाइसेंस रद्द क्यों नहीं किया जाना चाहिए.’ FDA ने जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर के दो नमूने एकत्र किए थे. इनमें से एक पुणे से और दूसरा नासिक से लिया गया था. परीक्षण के नतीजों में कहा गया कि यह शिशुओं की त्वचा के पाउडर के लिए तय पीएच मानक पर खरा नहीं उतरता है.
दो साल बाद यह फैसला आया था
FDA ने कंपनी को बाजार से खराब पाउडर के बैच के उत्पादों को वापस लेने के लिए कहा है. पिछले महीने जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा था कि वह 2023 में वैश्विक स्तर पर टैल्क-आधारित बेबी पाउडर की बिक्री बंद कर देगा और कॉर्नस्टार्च-आधारित बेबी पाउडर के पोर्टफोलियो में शिफ्ट हो जाएगा. कई मुकदमों और गिरती मांग के कारण अमेरिका और कनाडा में जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर की बिक्री खत्म होने के दो साल बाद यह फैसला आया था.
जबकि जॉनसन एंड जॉनसन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि ‘दुनिया भर में पोर्टफोलियो मूल्यांकन के हिस्से के रूप में हमने सभी कॉर्नस्टार्च-आधारित बेबी पाउडर पोर्टफोलियो में शिफ्ट होने का व्यावसायिक फैसला लिया है.’ बयान में कहा गया है कि ‘हम दीर्घकालिक विकास के लिए व्यवसाय को सर्वोत्तम स्थिति में लाने के लिए अपने पोर्टफोलियो का लगातार मूल्यांकन और अनुकूलन करते हैं. यह कदम हमारे उत्पाद की पेशकश को सरल बनाने, टिकाऊ नवाचार प्रदान करने और हमारे उपभोक्ताओं, ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने और वैश्विक रुझानों को पूरा करने में मदद करेगा.’ जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा कि उसका कॉर्नस्टार्च आधारित बेबी पाउडर पहले ही कई देशों में बेचा जा चुका है.