भवनीश मेंदीरत्ता ने आईएसएसएफ शॉटगन विश्व चैम्पियनशिप के दौरान देश को पेरिस ओलंपिक 2024 का पहले कोट दिला दिया है। 23 साल के भवनीश ने बुधवार को क्रोएशिया के ओसियेक में चल रही शॉटगन विश्व चैम्पियनशिप में पुरूषों की ट्रैप स्पर्धा में चौथा स्थान हासिल किया और पदक से चूक गए, लेकिन वह भारत को ओलंपिक कोटा दिलाने में सफल रहे।
23 साल के भवनीश ने रैंकिंग मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 24/25 का स्कोर किया और फाइनल में पहुंचे। चार खिलाड़ियों वाले मेडल मैच में पहुंचते ही उनका पेरिस का टिकट भी पक्का हो गया। हालांकि फाइनल में वह पदक जीतने से मामूली अंतर से चूक गए। वह 35 शॉट के पदक के मुकाबले में पहली 15 हिट के बाद बाहर होने वाले पहले निशानेबाज थे।
बता दें कि महिला और पुरूष ट्रैप वर्ग में बुधवार को चार चार कोटे दिये जाने थे। दुनिया के 144वें नंबर के निशानेबाज फरीदाबाद के भवनीश ने दूसरे रैंकिंग दौर में 25 में से 24 हिट के जरिये पेरिस ओलंपिक का कोटा जीता। वहीं भारत के पृथ्वीराज टी शूटआफ में जगह बनाने से चूक गए। वह 22वें स्थान पर रहे। जबकि महिला वर्ग से कोई भी निशानेबाज मेडल मैच में जगह नहीं बना पाई। नीरू 29वें, श्रेयसी सिंह 35वें और मनीषा कीर 61वें स्थान पर रहीं और कोटा हासिल नहीं कर पाईं। भारत के लिए हालांकि अवनी लेखरा पैरालंपिक्स खेलों के लिए साल की शुरुआत मेंनिशानेबाजे में एक कोट हासिल कर चुकी हैं।
गौरतलब है कि अगले ओलंपिक खेल 2024 में पेरिस में आयोजित होंगे। इन खेलों का आयोजन 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होगा। भारतीय खिलाड़ियों के सामने सबसे पहला लक्ष्य यहां के लिए अधिक से अधिक कोटा हासिल करना है। भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक शानदार रहा था और भारत यहां सात पदकों के साथ 48वें स्थान पर रहा था। हालांकि टोक्यो में आयोजित इन खेलों में देश को निशानेबाजी से एक भी पदक नहीं मिला और 14 खिलाड़ियों का दल खाली हाथ लौटा।