• Sat. Nov 9th, 2024

    Air Pollution: दिल की बीमारी से कैंसर तक, शरीर के लिए स्लो पॉइजन है एयर पॉल्यूशन, ये हैं जरूरी उपाय

    Pollution Effects: दिल्ली-एनसीआऱ में बढ़ते वायु प्रदूषण ने एक बार फिर लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. दरअसल, वायु प्रदूषण हमारे शरीर को कई तरह से प्रभावित करता है. इससे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. खराब हवा से सबसे ज्यादा खतरा श्वसन संक्रमण, हृदय रोग और फेफड़ों के कैंसर का रहता है..

    Air Pollution in Delhi-NCR

     दिल्ली-एनसीआऱ में बढ़ते वायु प्रदूषण ने एक बार फिर लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. दरअसल, वायु प्रदूषण हमारे शरीर को कई तरह से प्रभावित करता है. इससे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. खराब हवा से सबसे ज्यादा खतरा श्वसन संक्रमण, हृदय रोग और फेफड़ों के कैंसर का रहता है. वायु प्रदूषण के अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों तरह के जोखिम स्वास्थ्य से जुड़े हैं. वायु प्रदूषण सबसे अधिक उनको प्रभावित करता है जो पहले से ही बीमार हैं. बच्चे, बुजुर्ग इसके ज्यादा शिकार होते हैं.

    इसके खतरे से बचने के लिए क्या कर सकते हैं?

    वायु प्रदूषण से लड़ना हम सबकी जिम्मेदारी है. वायु प्रदूषण को कम करने और इसके खतरे से बचने के लिए हम सभी को और भी बहुत कुछ करने की जरूरत है. इसमें हर वर्ग को सक्रिय भागीदारी निभानी होगी. सभी वर्ग में सरकार (राष्ट्रीय, राज्य और स्थानीय सरकारें), शहर, बड़े पैमाने पर समुदाय और इंडिविजुअल व्यक्ति शामिल हैं.

    सरकारों क्या कर सकती हैं

    केंद्र औऱ राज्य सरकार को मिलकर ऐसे फैसले लेने चाहिए जिससे वायु प्रदूषण कम हों. उस वायु गुणवत्ता पर ध्यान देना जो डब्ल्यूएचओ के अनुसार बेहतर है. इसके अलावा ऐसी चीजों पर काम हो जिससे हवा साफ हो सके, प्रदूषण का खतरा कम हो. लोगों को भी जागरूक करना चाहिए ताकि वे प्रदूषण न फैलाएं.

    लोकल कम्यूनिटी कर सकती है

     सभी क्षेत्रों में सार्वजनिक नीतियों को शुरू से ही सार्वजनिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए, समय-समय पर उनका आकलन करने के लिए पर्याप्त डेटा और उपकरणों पर ध्यान देना चाहिए, ताकि खतरे से निपटने के साधन विकसित हो सकें.

    इंडिविजुअल के लिए

     प्रदूषण रोकने के लिए सरकार की तरफ से जो गाइडलाइंस तय की गईं हैं उनका पालन करना चाहिए. उन गलतियों को नहीं करना चाहिए जिससे प्रदूषण फैले. जैसे- खुले में कूड़ा जलाना, खुले में कंस्ट्रक्शन मटीरियल रखना और धूल-मिट्टी उड़ाना.

    डब्ल्यूएएचओ कर रहा यह काम

    डब्ल्यूएचओ के सदस्य राज्यों ने 2015 में वायु प्रदूषण के प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों को रोकने के लिए एक प्रस्ताव अपनाया था. अगले वर्ष, सदस्य राज्यों ने वायु प्रदूषण के प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों के लिए एक बढ़ी हुई वैश्विक प्रतिक्रिया के लिए एक रोड मैप पर सहमति व्यक्त की है. WHO चार स्तंभों पर काम कर रहा है:

    • ज्ञान आधार का विस्तार
    • निगरानी और रिपोर्टिंग
    • वैश्विक नेतृत्व और समन्वय
    Share With Your Friends If you Loved it!