Saudi Arabia Kingdom: अब भारतीयों को पुलिस क्लीयरिंग सर्टिफिकेट नहीं देना होगा।
भारत (India) और सऊदी अरब (Saudi Arabia) के बीच मजूबत होते संबंधों में गुरुवार(17 नवंबर, 2022) को एक नई कड़ी और जुड गई। सऊदी अरब ने निर्णय लिया है कि अब भारतीय नागरिकों को सऊदी अरब का वीजा पाने के लिए पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (PCC) की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
इसकी जानकारी दिल्ली में स्थित सऊदी दूतावास (Saudi Embassy in New Delhi) ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए दी। ट्वीट में लिखा गया, ‘ सऊदी अरब (Saudi Arabia) और भारत (India) के बीच मजबूत संबंधों और रणनीतिक साझेदारी को देखते हुए किंगडम ने भारतीय नागरिकों को पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (PCC) जमा करने से छूट देने का फैसला किया है।
सऊदी अरब दूतावास की तरफ से जारी किए गए लेटर में कहा गया कि भारतीय नागरिकों को वीजी प्राप्त करने के लिए अब पुलिस पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट जमा करने की आवश्यता नहीं होगी। दूतावास ने कहा कि यह फैसला दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करने के प्रयासों के तहत लिया गया है। दूतावास ने कहा कि वो सऊदी अरब में शांतिपूर्वक रह रहे 20 लाख से अधिक भारतीय नागरिकों के योगदान की सराहना करता है।
सऊदी क्राउन प्रिंस और प्रधान मंत्री मोहम्मद बिन सलमान इस महीने प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के लिए भारत आने वाले थे। हालांकि, शेड्यूलिंग मुद्दों के कारण यात्रा रद्द कर दी गई थी, क्योंकि पीएम मोदी इंडोनेशिया के बाली में जी20 शिखर सम्मेलन में जा रहे थे।
बता दें, जुलाई, 2022 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को डॉक्टर ऑफ लेटर्स (डी.लिट.) की मानद उपाधि देने के लिए केंद्र से अनुमति मांगी थी। पहली बार विदेश मंत्रालय (MEA) को पिछले साल सितंबर में AMU का प्रस्ताव मिला था। जिसके बाद उन विदेशी गणमान्य व्यक्तियों की सूची मांगी गई थी, जिन्हें विश्वविद्यालय द्वारा अपनी स्थापना के बाद से मानद डिग्री दी गई है। विश्वविद्यालय ने अक्टूबर 2021 में केंद्र को गणमान्य व्यक्तियों की सूची साझा की थी।