गुजरात में अगले महीने विधानसभा चुनाव के लिए एक और पांच दिसंबर को वोटिंग होगी. गुजरात चुनाव को देखते हुए महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. शिंदे सरकार ने गुजरात सीमा से लगने वाले महाराष्ट्र के जिलों, जहां पर काम करने वाले गुजरात के मतदाताओं को एक दिन की छुट्टी देने की अनुमति दी है. शिंदे सरकार ने सभी प्राइवेट कंपनियों से कहा है कि अगर वह इस आदेश का पालन नहीं करेंगी तो उन पर कार्रवाई होगी. साथ ही कंपनियां वेतन भी नहीं काट सकती हैं.
महाराष्ट्र सरकार ने इसको लेकर एक जीआर जारी किया है. जारी जीआर में कहा गया है कि पालघर, नासिक, नंदुरबार और धुले जैसे महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिलों में काम करने वाले गुजरात विधानसभा के मतदाताओं के लिए एक दिन की छुट्टी की अनुमति दी. सभी प्राइवेट कंपनियों को इसका पालन करने का निर्देश दिया गया है. यदि आदेश का उल्लंघन किया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी.
गुजरात में दो चरणों में होगा मतदान
गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न होगा. पहले चरण का मतदान एक दिसंबर को तो दूसरे चरण का मदतान पांच दिसंबर को होगा. वहीं आठ दिसंबर को रिजल्ट आएगा. गुजरात के कुल 33 जिलों की 182 विधानसभा सीटों में से पहले चरण में 89 सीटों पर मतदान होना है, जबकि दूसरे चरण में 93 सीटों पर मतदान होना है. पहले चरण में 19 जिलों की 89 सीटों पर मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण में 14 जिलों की 93 सीटों पर मतदान होगा.
कर्नाटक सीमा विवाद पर उच्च शक्ति समिति का गठन
वहीं कर्नाटक के साथ सीमा विवाद पर महाराष्ट्र सरकार की उच्च शक्ति समिति का वर्तमान सरकार द्वारा पुनर्गठन किया गया है. सीएम, डिप्टी सीएम और कुछ अन्य मंत्रियों के अलावा विधानसभा और विधान परिषद में विपक्ष के दोनों नेता इसके सदस्य हैं. इनके अलावा, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण भी कर्नाटक के साथ सीमा विवाद पर महाराष्ट्र सरकार की उच्च शक्ति समिति के सदस्य हैं.