विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार (15 दिसंबर) को पाकिस्तान और उसके सहयोगी चीन पर परोक्ष रूप से हमला बोला। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर से पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुंबई आतंकी हमला 26/11 और न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले 09/11 का जिक्र करते हुए 24 घंटे में पाकिस्तान को दूसरी बार जमकर लताड़ा। विदेश मंत्री ने कहा कि हम एक बार फिर से उन हमलों को नहीं दोहराना चाहेंगे।
Terrorism से दुनिया के अस्तित्व को खतरा
‘यूएनएससी ब्रीफिंग: ग्लोबल काउंटर टेररिज्म अप्रोच: चैलेंजेज एंड वे फॉरवर्ड’ की अध्यक्षता करते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक अस्तित्वगत खतरा है और यह कोई सीमा, राष्ट्रीयता या नस्ल के रूप में नहीं जाना जाता है। उन्होंने आगे कहा, ‘आतंकवाद का खतरा वास्तव में और भी गंभीर हो गया है। हमने अल-कायदा, दा’एश, बोको हराम और अल शबाब और उनके सहयोगियों का विस्तार देखा है।’
31 दिसंबर को India का 2021-22 कार्यकाल समाप्त हो रहा है
इसके पहले एक दिसंबर को, भारत ने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता ग्रहण की। अगस्त 2021 के बाद दूसरी बार जब भारत एक निर्वाचित यूएनएससी सदस्य के रूप में अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान परिषद की अध्यक्षता कर रहा है। भारत का परिषद में 2021-2022 का कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है, सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार के प्रयासों में सबसे आगे रहा है, जो मौजूदा चुनौतियों से निपटने में सफल रहा है।
Mumbai Terror Attack की गवाह ने भी किया संबोधित
इस बैठक को मुंबई आतंकी हमले की बहादुर सर्वाइवर नर्स अंजलि कुलथे ने भी संबोधित किया। अंजलि ने बताया कि मुंबई हमले के वक्त कैसे हालात थे। उन्होंने अजमल कसाब को लेकर भी खुलासे किए वो अजमल कसाब के मामले में मुख्य गवाह थीं। अंजलि ने बताया कि वो भाग्यशाली हैं जो मुंबई के 26/11 हमले में बच गईं थीं। उन्होंने बताया कि मैं मुंबई के आतंकी हमले में पीड़ितों के परिवारों के दुख को UNSC के संज्ञान में लाना चाहती हूं।