गणतंत्र दिवस समारोह मनाने के लिए मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी भारत आ रहे हैं। वह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे और उनकी कई अहम बैठकें होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उनके साथ बैठक करेंगे। भारत और मिस्र कृषि, साइबर सुरक्षा, रक्षा, व्यापार, पर्यटन और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करेंगे।
मिस्र राष्ट्रपति सिसी कल यानी मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचे। जहां राज्य मंत्री (विदेश) राजकुमार रंजन सिंह ने उनकी अगवानी की। सिसी के भारत पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी का भारत में गर्मजोशी से स्वागत है। हमारे गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आपकी भारत की ऐतिहासिक यात्रा सभी भारतीयों के लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है।’
कई समझौतों पर लग सकती है मुहर
गौरतलब है कि राष्ट्रपति सिसी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनने वाले मिस्र के पहले राष्ट्रपति होंगे। सिसी की भारत के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व के साथ बैठकें होनी हैं। दोनों पक्षों के राजनयिकों द्वारा कम से कम छह समझौतों को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
मिस्र के राष्ट्रपति ने भारत के प्रधानमंत्री को इस वर्ष मिस्र आने का निमंत्रण दिया। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण निमंत्रण है, खासकर इसलिए क्योंकि पिछले साल भारत के प्रधान मंत्री ने मुस्लिम-बहुल देशों के बारे में कुछ विवादित टिप्पणी की थी।
व्यापारिक संबंधों में आई है मजबूती
आपको बता दें कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारत और मिस्र के बीच द्विपक्षीय व्यापार ने 7.26 बिलियन डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की। मिस्र को 3.74 बिलियन डॉलर के भारतीय निर्यात और भारत द्वारा 3.52 बिलियन डॉलर मूल्य के आयात के साथ व्यापार काफी संतुलित था। 50 से अधिक भारतीय कंपनियों ने रसायन, ऊर्जा, कपड़ा, परिधान, कृषि-व्यवसाय, खुदरा सहित मिस्र की अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 3.15 बिलियन डॉलर का निवेश किया है।