अडानी समूह को हाल के दिनों में कई झटकों का सामना करना पड़ा है, इसके शेयरों की कीमतों में गिरावट जारी है। कल, कंपनी ने घोषणा की कि वह अपने विदेशी निजी निवेश (एफपीओ) को रद्द कर रही है और अपने निवेशकों का पैसा लौटा रही है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में, इससे कंपनी के शेयर की कीमतों में 50% की गिरावट आई है। साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों और एलआईसी के शेयरों में भी तेजी आई है। दुनिया के 10 सबसे अमीर आदमियों की लिस्ट से अडानी का खुद का नाम भी हटा दिया गया है।
आरबीआई ने दिए निर्देश
बैंकों के शेयरों में हो रही गिरावट को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बड़ा कदम उठाया है। आरबीआई ने देश के सभी बैंकों के लिए नए निर्देश जारी करते हुए उनसे अडानी ग्रुप को लेकर कुछ सवाल किये हैं। साथ ही बैंकों द्वारा कंपनी को दिए गए कर्ज की जानकारी भी मांगी है। इस बात की जानकारी न्यूज एजेंसी रॉयटर्स द्वारा दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले SEBI भी इस मामले की जांच शुरू कर चुका है।
कंपनी ने एफपीओ किया कैन्सल
गुरुवार को भी अडानी ग्रुप के शेयरों की हालत काफी बुरी देखी जा रही है, इनमें भारी गिरावट हुई है। बुधवार को पूर्ण से सबस्क्राइब हुए एफपीओ को कंपनी ने रद्द कर दिया है। इस बात की घोषणा करते हुए कंपनी की ओर से कहा गया कि, “अभूतपूर्ण परिस्थितियों और मार्केट में मौजूदा अस्थिरता को देखते हुए हम हमारे निवेशकों के हित की रक्षा करना चाहते हैं। इसलिए एफपीओ को कैन्सल करते हैं और पूरे लेन-देन को वापस करने की घोषणा करते हैं।”