भारतीय जनता पार्टी (BJP) आज अपना 44वां स्थापना दिवस मना रही है। इस महत्वपूर्ण वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा ध्वजारोहण भी शामिल है। इसके बाद जिलाध्यक्षों और 1,056,945 बूथ कार्यकर्ताओं ने ध्वजारोहण किया। अंत में, प्रत्येक नागरिक को अपने घर पर झंडा फहराकर इस विशेष उत्सव में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
PM मोदी का संबोधन
ध्वाजारोहण के बाद सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा, जिसे स्क्रीनिंग के माध्यम से 10 लाख कार्यकर्ताओं तक पहुंचाने का लक्ष्य है। इसके साथ ही सभी सांसदों को भी सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर बालयोगी ऑडिटोरियम में पहुंचने के लिए कहा गया है।
दोपहर 12 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दीवार लेखन करेंगे, जिसके बाद देशभर में 1,072,945 जगहों पर दीवार लेखन होगा। इसमें दीवारों पर नारे लिखे जाएंगे। 11 अप्रैल कोज्योतिबा फूले और 14 अप्रैल को भीम राव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
6 अप्रैल 1980 को हुई पार्टी की स्थापना
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की स्थापना 06 अप्रैल 1980 को हुई, लेकिन इसका इतिहास पुराना है। BJP का इतिहास जनसंघ से जुड़ा हुआ है। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के बाद जवाहरलाल नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर 1951 में जनसंघ की शुरुआत की थी। जनसंघ ने कश्मीर को विशेषाधिकार देने का विरोध किया जिसके बाद श्यामाप्रसाद मुखर्जी को जेल में डाल दिया गया और उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
1977 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल खत्म कर चुनाव कराने का फैसला किया। तब जयप्रकाश नारायण के आह्वान पर सभी कांग्रेस-विरोधी दल एकजुट हुए और ‘जनता पार्टी’ बनाई। 1 मई 1977 को भारतीय जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हुआ। बाद में आपसी प्रतिस्पर्धा बढ़ने के बाद 6 अप्रैल 1980 को नए संगठन के तौर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की स्थापना हुई।