• Sat. Nov 23rd, 2024

    कनाडा: भारतीय-अमेरिकियों ने हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती नफरत पर जताई चिंता

    कनाडा

    कनाडा पीएम जस्टिन ट्रूडो के भारत पर आरोप लगाए जाने के बाद से विवाद बढ़ता जा रहा है। कनाडा में लगातार हिंदुओं को धमकी मिल रही है। ऐसे में, भारतीय-अमेरिकियों के एक समूह ने कनाडा में हिंदुओं के खिलाफ नफरत की बढ़ती घटनाओं की निंदा की। उन्होंने ओटेवा से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को आतंकवाद की स्वतंत्रता के साथ नहीं मिलाने और इस मुद्दे पर चुप रहकर घृणा अपराधों का समर्थन नहीं करने को कहा है। 

    Also Read :Actor Michael Gambon, who played professor Dumbledore in Harry Potter, dies at 82

    मंदिरों को पहुंचा रहे नुकसान

    कनाडा में हिंदुओं को देश छोड़ने की धमकी देने वाले खालिस्तान समर्थक समूह का एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय-अमेरिकियों ने यह मांग की है। उनका कहना है कि यह चिंताजनक है कि खालिस्तानी आतंकवादी कनाडा की धरती पर मंदिरों को नुकसान पहुंचा कर बार-बार हिंदुओं को धमकी दे रहे हैं। 

    अमेरिका के हिंदू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर इंदु विश्वनाथन ने कहा, “यह देखना चिंताजनक है कि खालिस्तानी आतंकवादी हिंदू पवित्र स्थानों को क्षतिग्रस्त करके हिंदू कनाडाई लोगों को बार-बार धमकी दे रहे हैं। ऐसे लोगों के सामने चुप्प रहना उनका समर्थन करने के समान है।”

    Also Read :Sambalpur: Shopkeeper fined Rs 25,000 for not returning Rs 3 to customer

    कट्टरपंथियों को रोकें

    फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज (एफआईआईडीएस) के खांडेराव कांड ने कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को आतंकवाद की आजादी के साथ नहीं जोड़ना चाहिए। उन्हें कट्टरपंथ लोगों को रोकना चाहिए और कूटनीतिक रूप से अंतरराष्ट्रीय स्थितियों को संभालना चाहिए।

    कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के 18 सितंबर को लगाए गए आरोपों के कुछ दिनों बाद खालिस्तानी वीडियो सामने आया है। हालांकि, कनाडा सरकार ने साफ कहा है कि आक्रामकता, घृणा, धमकी देने वालों का कनाडा में कोई स्थान नहीं है। पर वीडियो के संबंध में किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

    Also Read : Asian Games 2023: Indian Team Wins Gold In Equestrian Dressage Event After 40 Years

    कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले सप्ताह आरोप लगाए थे कि निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ हो सकता है। ट्रूडो ने कहा था कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियों के पास यह मानने के कारण है कि भारत सरकार के एजेंटों ने ही निज्जर की हत्या की है। कनाडाई एजेंसियां निज्जर की हत्या में भारत की साजिश की संभावनाओं की जांच कर रही हैं। ट्रूडो ने जोर दिया कि कनाडा की धरती पर कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी प्रकार की संलिप्तता अस्वीकार्य है। हालांकि, भारत ने इन सभी आरोपों के बेबुनियाद बताए हैं। 

    Also Read :Farmers hold dead rats in their mouth in Tamil Nadu demanding release of Cauvery water

    अमेरिका करे कनाडा से अपील

    अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन के सरकारी मामलों के अध्यक्ष डॉ. संपत शिवांगी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और सांसदों से हस्तक्षेप करने और कनाडाई भारतीयों, हिंदुओं और हजारों भारतीय छात्रों को खतरों से बचाने के लिए कनाडा को एक संदेश भेजने की अपील की।

    भारतीय-अमेरिकी नेता भरत बरई ने कहा, ‘मुझे संदेह है कि यह नफरत अमेरिका तक फैल सकती है। इसलिए हमें सतर्क रहना चाहिए। खालिस्तानी उन लोगों का इस्तेमाल करते हैं, जिन्हें आईएसआई द्वारा उकसाया जाता है और नशीली दवाओं की तस्करी, मानव तस्करी और अन्य हिंसक आपराधिक गतिविधियों में शामिल होते हैं।

    Also Read :Maharashtra declares public holiday on Sept 29 as Anant Chaturdashi, Eid-e-Milad coincide

    Share With Your Friends If you Loved it!