• Tue. Nov 5th, 2024

    रिज़र्व बैंक: लगातार चौथी बार नहीं बदलीं ब्याज दरें, रेपो रेट 6.5% पर बरकरार

    RBI

    जैसा कि प्रत्याक्षित था, रिज़र्व बैंक ने रेपो दर में चौथी बार बदलाव नहीं किया, रिज़र्व बैंक के गवर्नर ने पॉलिसी में कोई सरप्राइज घोषणा नहीं की और रेपो दर को 6.5% पर ही बरकरार रखा. रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा कि कमेटी के सभी 6 सदस्यों ने पॉलिसी दर में कोई परिवर्तन नहीं करने का निर्णय लिया है.

    पॉलिसी के फैसलों का ऐलान करते हुए रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास ने बताया कि अकोमोडेशन रुख को वापस लेने के फैसले पर रिजर्व बैंक कायम है. रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि महंगाई के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 6 में से 5 सदस्यों ने अकोमोडेशन की वापसी रुख (withdrawal of accommodation) को लेकर अपनी सहमति जताई है. दास ने कहा कि बैंक लोन और डिपॉजिट में 250 bps रेट हाइक का ट्रांसफर होना अभी बाकी है.

    Also Read: Supreme Court Seeks Clarification on Making AAP an Accused

    रेपो रेट के साथ ही स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी (SDF) रेट को 6.25% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) रेट को भी बिना बदलाव के 6.75% पर रखा गया है.

    Also Read: जल्द होगा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान: चुनाव आयोग

    महंगाई को 4% पर लेकर आना है

    रिजर्व बैंक गवर्नर ने बताया कि हमारा लक्ष्य महंगाई को 4% पर लेकर आना है, अभी महंगाई दर 6% के ऊपर है , जो कि हमारी सीमा से ऊपर है. अगस्त में सब्जियों की महंगाई में कमी आई है, इसके सितंबर में और कम होने की उम्मीद है. इन सबके बीच देखने वाली बात ये है कि कोर महंगाई दर में कमी आई है. खरीफ की बुआई में गिरावट से कुल महंगाई आउटलुक पर असर पड़ा है.

    Also Read: सिक्किम में अचानक आई बाढ़ से 14 लोगों की मौत, 22 जवानों समेत 102 लापता, 3,000 पर्यटक फंसे

    Shaktikanta Das
    • महंगाई का बढ़ा हुआ स्तर काफी हद तक खाद्य कीमतों से आया
    • जुलाई में रिटेल महंगाई में सब्जियों का योगदान एक तिहाई और अगस्त में एक चौथाई था
    • जुलाई-अगस्त में कोर महंगाई दर कम होकर 4.9% पर आ गई
    • जनवरी 2023 में अपने हालिया शिखर से इसमें 140 bps की कमी आई है

    Also Read: भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए खुशखबरी, नई नौकरियों मिलेंग

    महंगाई का असर

    इकोनॉमिक ग्रोथ पर रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि सख्त वित्तीय परिस्थितियों की वजह से ग्लोबल अर्थव्यवस्था धीमी हो रही है, ग्लोबल ट्रेड में कमी आ रही है, हेडलाइन महंगाई में भले ही कमी है, लेकिन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के लक्ष्य से ऊपर है.

    Also Read: जापान में 6.6 तीव्रता के भूंकप के बाद सुनामी का अलर्ट

    सख्त मॉनिटरी पॉलिसी रुख ग्लोबल लेवल पर पहले के अनुमान से अधिक समय तक जारी रह सकता है. ग्लोबल ट्रेंड्स के उलट मजबूत घरेलू मांग के बीच घरेलू विकास लचीलापन दर्शाता है. शक्तिकांता दास ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में क्षमता का यूटिलाइजेशन बढ़ना जारी है. डिमाड साइड पर शहरी खपत में लगातार मजबूती है, जबकि ग्रामीण मांग में सुधार दिख रहा है.

    Also Read: महाराष्ट्र: फड़णवीस के जाली हस्ताक्षर करने के आरोप में ठेकेदार गिरफ्तार

    FY24 में रियल GDP अनुमान: रिज़र्व बैंक

    रिजर्व बैंक ने जीडीपी ग्रोथ के अनुमानों में कोई परिवर्तन नहीं किया है. FY24 में रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान अब भी 6.5% है, जैसा कि पहले भी था, Q2 में यह 6.5% ही रहेगा, Q3 में 6% और Q4 में 5.7% रहने का अनुमान है. जबकि Q1FY25 में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.6% रहने का है.

    Also Read: Parasite: 128 करोड़ के बजट की कोरियन फिल्म जिसने दुनिया को चौंका दिया

    Share With Your Friends If you Loved it!