बजट सत्र 2024 शुरू हो रहा है और इस बार यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट होगा.देश की वित्त मंत्री नर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी. जो अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले होगा। इस मुख्य उद्देश्य सरकारी खर्चों को चलाना है, जबकि नई सरकार बाद में पूर्ण बजट पेश करेगी. बजट सत्र के मुख्य एजेंडा में जम्मू-कश्मीर के लिए भी बजट पेश करने का भी शामिल है. जहां राष्ट्रपति शासन है, इस सत्र में राष्ट्रपति का भाषण, अंतरिम प्रस्तुति, और राष्ट्रपति के भाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी, जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जवाब दिया जाएगा.
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सर्कुलर बैठक में उठे गए मुद्दों में विपक्ष ने कहा . इस सत्र में बेरोजगारी, महंगाई, कृषि संकट, और जातियों के बीच हिंसा को लेकर मुद्दे उठाए जाएंगे।.कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल के बकाया को भी शामिल करने की मांग की, जबकि समाजवादी पार्टी ने पूजा स्थल अधिनियम को मजबूत करने की मांग की है .इस बजट सत्र के दौरान हंगामा भी हो सकता है और कई मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेर सकता है.
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बजट के अहम मुद्दे उठे सर्वदलीय बैठक में
पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में सर्वदलीय बैठक हुई. इस दौरान विपक्षी नेताओं ने कई मुद्दे उठाए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. सुरेश ने कहा कि पार्टी सत्र के दौरान बेरोजगारी, महंगाई, कृषि संकट और जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर की स्थिति का मुद्दा उठाएगी. वहीं तृणमूल कांग्रेस नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि वित्त मंत्री को विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के तहत पश्चिम बंगाल के बकाये को भी शामिल करना चाहिए.
उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक मुख्यमंत्री को राज्य को केंद्रीय बकाया के समय पर आवंटन की मांग के लिए धरने पर बैठना पड़ा.”
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