मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक 4-6 दिसंबर, 2024 को हुई, जिसमें आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास और अन्य प्रमुख सदस्यों ने अहम आर्थिक फैसले लिए।
बैठक में लिए गए निर्णयों पर चर्चा की गई, जो अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए महत्वपूर्ण हैं और भविष्य में मौद्रिक नीति पर असर डालेंगे।
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रेपो रेट पर आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा?
मौद्रिक नीति के तहत, रेपो दर 6.50%, एसडीएफ दर 6.25% और एमएसएफ दर 6.75% पर अपरिवर्तित रखी गई हैं।
रेपो दर में आखिरी बदलाव फरवरी 2023 में हुआ था, और अब तक यह अपरिवर्तित है। इसलिए, आपके होम लोन की ईएमआई में फिलहाल कोई राहत नहीं मिलेगी।
आरबीआई का लक्ष्य मध्यम अवधि में 4% सीपीआई मुद्रास्फीति दर (±2% मार्जिन) प्राप्त करना है, ताकि मूल्य स्थिरता और आर्थिक विकास सुनिश्चित हो सके।
आरबीआई के अनुसार, वैश्विक अर्थव्यवस्था स्थिर है, वृद्धि धीमी है, महंगाई घट रही है, लेकिन अनिश्चितताएं वित्तीय अस्थिरता बढ़ा रही हैं।
भारत में, 2024-25 की दूसरी तिमाही में GDP वृद्धि 5.4% रही, जो निजी खपत और निवेश में कमी के कारण अपेक्षाकृत कम थी।
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