हिमाचल और उत्तराखंड की पहाड़ियों में इस बार भारी बर्फबारी होने के बावजूद, उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में मार्च महीने में ही अप्रैल जैसी गर्मी महसूस होने लगी है। रविवार को तापमान 32 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया, जो सामान्य 25 डिग्री से 7 डिग्री ज्यादा था। पिछले साल नौ मार्च को अधिकतम तापमान 26 डिग्री था, जो सामान्य से 2.4 डिग्री ज्यादा था।
मार्च 2025 में तापमान 40 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान
मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार मार्च के अंत तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है। पिछले साल 31 मार्च को तापमान 37 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। मार्च 2024 के आंकड़ों के अनुसार, 20 मार्च के बाद से तापमान 30 डिग्री या उससे ऊपर बढ़ने लगा था, जबकि इस बार पहले सप्ताह से ही तेज धूप और गर्मी का असर दिखने लगा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि मार्च से लेकर मई तक इस बार जोरदार गर्मी पड़ सकती है।
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मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस बार सर्दियों में बारिश 80 प्रतिशत कम हुई, जिसके कारण हवा में नमी की कमी हो गई। इसके साथ ही, बार-बार सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ियों से नम हवाएं भी कम पहुंची। इसके चलते मैदानी क्षेत्रों में तापमान बढ़ रहा है। सुबह 10 बजे ही लोगों ने दोपहर के 12 बजे जैसी धूप महसूस की और घरों व कार्यालयों में एसी चलने लगे। रविवार को अधिकतम तापमान 32.2 और न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री दर्ज किया गया। हवा में अधिकतम नमी 84 प्रतिशत और न्यूनतम 29 प्रतिशत रही। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि इस बार जल्दी और अधिक गर्मी पड़ेगी, जिसका असर अब दिखाई देने लगा है। मार्च के आखिरी सप्ताह में तापमान 40 डिग्री या उससे ऊपर जा सकता है।
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