पिछले वर्ष, ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में एक बाल संरक्षण अधिकारी ने दस्तावेज़ तैयार करने के लिए चैटजीपीटी का उपयोग किया, लेकिन एक गंभीर त्रुटि के कारण चैटजीपीटी ने यौन उद्देश्यों के लिए उपयोग की जाने वाली “गुड़िया” को “उम्र-उपयुक्त खिलौना” बता दिया। इस गलती के बाद विक्टोरियन सूचना आयुक्त ने बाल संरक्षण सेवाओं में जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस – एआई के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया।
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सामाजिक सेवाओं में एआई
वैश्विक स्तर पर बेहतर सेवा वितरण का वादा किया है। सामाजिक सेवा क्षेत्र में एआई के उपयोग से लंबित कार्यों को तेजी से निपटाने, प्रशासनिक बोझ को कम करने और संसाधनों के कुशल आवंटन की संभावनाएं बढ़ी हैं। यही कारण है कि कई सामाजिक सेवा प्रदाता विभिन्न तरीकों से एआई का उपयोग कर रहे हैं। हालांकि, कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपयोग रोजगार, बेघर सहायता और घरेलू हिंसा जैसी कई अन्य सामाजिक सेवाओं में किया जा सकता है। लेकिन, इन सेवा प्रदाताओं को एआई के सुरक्षित उपयोग की पूरी जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि इसके संभावित जोखिम भी काफी हैं।
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