ईरान में 16 सितंबर से शुरू हुए हिजाब विरोधी प्रदर्शन बदस्तूर जारी हैं। शनिवार रात सरकारी टीवी चैनल पर न्यूज बुलेटिन को प्रदर्शनकारियों ने हैक कर लिया। इस दौरान मास्क पहने चेहरा स्क्रीन पर नजर आया। इसके बाद सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई का चेहरा दिखा। उनके फोटो के चारों तरफ आग दिखाई गई।
इस बीच, हिजाब और सरकार विरोधी प्रदर्शनों में मरने वालों का आंकड़ा रविवार को 154 हो गया। शनिवार देर रात तक तीन और प्रदर्शनकारी पुलिस फायरिंग का शिकार बने।
इंसाफ की मांग
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक- सरकारी टीवी चैनल को हैक किए जाने की जिम्मेदारी ‘अदालत अली’ यानी अली का इंसाफ नाम के एक ग्रुप ने ली है। हैकिंग की इस घटना के कुछ देर पहले ही तीन और प्रदर्शनकारियों के मारे जाने की खबर सामने आई।
पुलिस के मुताबिक, हैकिंग सुप्रीम लीडर खामनेई को नीचा दिखाने के लिए की गई। प्रदर्शनकारियों का सबसे ज्यादा गुस्सा खामनेई के खिलाफ ही है। हैकिंग के दौरान स्क्रीन पर ‘हमारे साथ जुड़िए’ जैसे कैप्शन भी दिखाई दिए। इसके बाद एक और मैसेज फ्लैश हुआ। इसमें कहा गया था- खामनेई के हाथ हमारे युवाओं के खून से रंगे हैं। यह सब कुछ सेकंड ही चला और इसी दौरान टेलिकास्ट रोक दिया गया।