मोबाइल गेम खेलने के लिए बच्चे हिंसक वारदातों से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। लखनऊ में पबजी खेलने से रोकने पर मां की हत्या किए जाने की घटना को 2 दिन ही बीते कि दो और घटनाएं सामने आई हैं। मुंबई में एक किशाेर ने ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली। उसे मां ने गेम खेलने से राेका था। प्रौद्योगिकी मंत्रालय ऑनलाइन गेमिंग पर नई नीति तैयार कर रहा है।
मोबाइल गेम्स का अनुभव इतना रियल होता है कि वे अलग दुनिया जैसे लगते हैं।इंसान का शारीरिक और मानसिक विकास एक साथ होना चाहिए, पर ये गेम्स बच्चों के नाजुक दिमाग को बार-बार एक ही तरह का हिंसक कंटेंट दिखाकर उन्हें उस दिशा में विकसित करते हैं। गेम्स में बंदूक चलाकर और लोगों को मारकर वे आक्रामक और कम भावनात्मक हो जाते हैं।