देश में संचार क्रांति के तहत 5जी स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी प्रक्रिया मंगलवार से शुरू होगी जिसमें रिलायंस जियो और भारती एयरटेल समेत चार कंपनियां बोली लगाएंगी. इस दौरान 4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां लगाई जानी हैं. बोली प्रक्रिया मंगलवार को सुबह 10 बजे से शुरू होगी और शाम छह बजे तक जारी रहेगी. दूरसंचार विभाग के सूत्रों ने कहा कि स्पेक्ट्रम के लिए आने वाली बोलियों और बोलीकर्ताओं की रणनीति पर यह निर्भर करेगा कि नीलामी प्रक्रिया कितने दिन तक चलती है. सरकार ने उम्मीद जताई है कि अगस्त के आखिर तक 5जी सर्विस की शुरुआत हो सकती है.
एक लाख करोड़ की कमाई की उम्मीद
इस नीलामी से उद्योग जगत को उम्मीद है कि यह प्रोसेस दो दिन तक चल सकता है और स्पेक्ट्रम की बिक्री रिजर्व प्राइस के आसपास ही होगी. स्पेक्ट्रम नीलामी के इस दौर में 5जी के लिए मौजूदा टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के अलावा गौतम अडाणी की कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज भी बोली लगाने वाली है. दूरसंचार विभाग को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से 70,000 करोड़ रुपये से लेकर 1,00,000 करोड़ रुपये तक का राजस्व मिलने की उम्मीद है.
देश में 5जी सेवाएं शुरू होने से हाई स्पीड वाली इंटरनेट सर्विस देने का रास्ता साफ हो पाएगा. मौजूदा 4जी सेवाओं की तुलना में 5जी सेवा करीब 10 गुना तेज होगी. नीलामी के दौरान रिलायंस जियो की तरफ से ज्यादा खर्च किए जाने की उम्मीद है. एयरटेल के भी इस होड़ में आगे रहने जबकि वोडाफोन आइडिया और अडाणी एंटरप्राइजेज की तरफ से सीमित भागीदारी किए जाने की उम्मीद है.
रिलायंस जियो ने लगाई बड़ी बाजी
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि नीलामी के दौरान आक्रामक ढंग से बोलियां लगाए जाने की उम्मीद कम है. इसकी वजह यह है कि स्पेक्ट्रम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है जबकि बोलियां लगाने वाली कंपनियां सिर्फ चार हैं. रिलायंस जियो ने नीलामी के लिए 14,000 करोड़ रुपये की राशि विभाग के पास जमा कराई है जबकि अडाणी एंटरप्राइजेज ने सिर्फ 100 करोड़ रुपये की राशि जमा की है.
महीने की शुरुआत में ही अदानी ग्रुप ने ऐलान किया था कि उनकी कंपनी 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में शामिल होगी. साथ में बताया था कि इस प्राइवेट नेटवर्क के जरिए वह अपने कारोबार को सपोर्ट देंगे और एयरपोर्ट, पावर सेक्टर और डाटा सेंटर्स में इसकी सर्विस ली जाएगी. भारती एयरटेल के सुनील मित्तल ने भी नीलामी के लिए 5500 करोड़ की राशि जमा कराई है और वोडाफोन-आइडिया की ओर से भी 2200 करोड़ की रकम विभाग में जमा कराई है.