जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर संदिग्ध रूप से आगे बढ़ने वाले दो आतंकवादियों का एक वीडियो सामने आया है। ये वीडियो राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर कहा है, जहां घुसपैठ की संदिग्ध गतिविधि देखी गई। सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए विस्फोट की पुष्टि सेना ने एक आतंकवादी द्वारा बारूदी सुरंग पर कदम रखने से की गई। वहीं सेना इस घुसपैठ की कोशिश को रोकने में कामयाब रही थी।
एलओसी के भारतीय क्षेत्र में 150 मीटर पर 22 अगस्त को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों 2 आतंकवादियों की संदिग्ध गतिविधि का पता चला था। इस दौरान यहां विस्फोट हुआ। घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे कैद हो गई। वीडियो में ये देखा गया और आकलन किया गया कि विस्फोट की घटना उस वक्त हुई जब उन्होंने माइन के ऊपर कदम रखा। इस विस्फोट हुआ। बाद में दो शव देखे गए।
बुधवार को इन दोनों आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए न्यूज एजेंसी एएनआई ने सेना के हवाले से एक सीसीटीवी फुटेज जारी किया, जिसमें घटना घटना देखी गई। वीडियो देखकर सेना के अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि ये एसओसी में घुसपैठ की एक साजिश थी, जो नाकाम रही।घुसपैठ की कोशिश के बीच विस्फोट के दौरान दोनों संदिग्धों की मौत हो गई।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा…
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, ‘सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को भारतीय सेना ने नौशेरा सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। एक क्वाडकॉप्टर द्वारा टोही में, घुसपैठियों के दो शव देखे गए हैं।’ सेना के एक अन्य अधिकारी के अनुसार, चूंकि आतंकियों के शव खदान में पड़े हैं, इसलिए उन्हें निकालने में समय लगेगा।
वहीं नौशेरा सेक्टर में घुसपैठ की ताजा कोशिश रविवार को घायल हालत में लश्कर-ए-तैयबा (LET) के एक गाइड की गिरफ्तारी के बाद हुई है। पूछताछ में ये पता चला है कि वो पाकिस्तानी सेना की एक खुफिया यूनिट के लिए भी काम करता था। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के कोटली के सब्जकोट गांव के रहने वाले तबारक हुसैन (32) को पिछले छह साल में दूसरी बार सीमा पार से इस तरफ घुसपैठ की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया गया।