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    जेल प्रशासन ने उद्धव को राउत से मिलने से रोका, जमानत के लिए कोर्ट पहुंचे शिवसेना सांसद

    मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आर्थर रोड जेल में बंद शिवसेना सांसद संजय राउत से पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को मिलने की अनुमति नहीं दी गई हैं। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत  जमानत के लिए विशेष पीएमएलए कोर्ट पहुंचे हैं। राउत फिलहाल 19 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में हैं।

    समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, जेलर रूम में संजय राउत से ठाकरे ने मिलने की इजाजत मांगी थी, लेकिन जेल अथॉरिटी ने उसे नामंजूर कर दिया। जेल प्रशासन ने कहा कि मुलाकात करने के लिए उन्हें अदालत से परमिशन लेनी होगी।

    उद्धव ठाकरे के करीबी शिवसेना नेता ने जेल प्रशासन को फोन कर दोनों नेताओं की मुलाकात के लिए 15 मिनट का टाइम मांगा है। एनएआई के मुताबिक, उद्धव ठाकरे ने जिस शख्स के जरिए इजाजत मांगी थी उससे जेल प्रशासन ने कहा कि जिस तरह आम कैदियों से लोग मुलाकात करते है उसी तरह ठाकरे को भी मिलना होगा। उसके लिए भी अदालत की परमिशन चाहिए। 

    मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक अगस्त को उपनगरीय गोरेगांव में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में गिरफ्तार किया था। शुरुआत में ईडी की हिरासत में रहने के बाद शिवसेना नेता को 8 अगस्त को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। 22 अगस्त को, विशेष पीएमएलए अदालत ने राउत की हिरासत 5 सितंबर तक बढ़ा दी थी जिसे अब 19 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है।

    ईडी के अधिकारियों ने 31 जुलाई को शिवसेना नेता के घर पर छापा मारा था और कई उनसे घंटों तक पूछताछ की थी। ईडी ने 28 जून 2022 को संजय राउत को 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तलब किया था। ईडी के अधिकारियों ने शिवसेना नेता के घर पर छापेमारी के बाद सांसद की पत्नी वर्षा राउत को केंद्रीय एजेंसी ने तलब किया था। 

    राकांपा नेता को किडनी से जुड़ी जांच कराने की अनुमति

    मुंबई की एक विशेष धनशोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) कोर्ट ने धनशोधन मामले में गिरफ्तार महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक को राहत दे दी है। नवाब मलिक को किडनी से जुड़ी एक विशेष जांच कराने की अनुमति कोर्ट ने दे दी है। कोर्ट ने पिछले महीने भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता मलिक को ‘रीनल स्कैन’ कराने की अनुमति दी थी, लेकिन यह जांच नहीं हो सकी थी।

    शाह के काफिले की वजह से रुकी एंबुलेंस

    वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के काफिले के गुजरने के दौरान एक एंबुलेंस को रोका गया था। अब इस पर मुंबई पुलिस ने सफाई दी है। मुंबई यातायात पुलिस ने कहा कि एंबुलेंस में कोई आपात स्थिति वाला रोगी नहीं था। तकनीकी खराबी के कारण उसका सायरन बजता रहा। दरअसल, शाह की महाराष्ट्र यात्रा के एक दिन बाद इसके वीडियो और तस्वीरें सामने आईं हैं। वीडियो में शाह के काफिले के गुजरने के दौरान उपनगर अंधेरी में यातायात में एंबुलेंस इंतजार करती दिख रही है।

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