राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार सुबह धुंध की परत छाई रही और शहर की वायु गुणवत्ता (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी के करीब पहुंच गई. दिल्ली में वायु प्रदूषण से बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर आम आदमी पार्टी की सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय रविवार दोपहर 12 बजे एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में प्रदूषण की स्थिति को रिव्यू करने के लिए सभी विभागों को बुलाया गया. इसमें प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर जीआरएपी (GRAP) का तीसरा चरण लागू किए जाने पर भी चर्चा होगी.
जीआरएपी के इस तीसरे चरण के तहत वायु प्रदूषण रोकने के लिए कई बड़े उपाय किए जा सकते हैं. इनमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर निर्माण व तोड़फोड़ गतिविधियों पर रोक के अलावा पेट्रोल से चलने वाले बीएस3 वाहन और डीजन से चलने वाले बीएस4 चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाया जाना शामिल है.
इन कामों पर लग सकती है रोक
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के एक अधिकारी ने कहा कि अगर AQI ‘गंभीर’ हो जाता है तो आवश्यक परियोजनाओं (जैसे रेलवे, मेट्रो, हवाई अड्डे, आईएसबीटी, राष्ट्रीय सुरक्षा/राष्ट्रीय महत्व की रक्षा-संबंधित परियोजनाओं) को छोड़कर, एनसीआर में निर्माण और तोड़फोड़, प्लंबिंग, लकड़ी के कामों, आंतरिक सजावट और बिजली के काम जैसी प्रदूषणकारी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत होती है. इसके अलावा ईंट-भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रशर और एनसीआर में खनन व संबंधित गतिविधियों पर भी प्रतिबंध लगाया जा सकता है.
दिल्ली में 24 घंटों का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक शाम चार बजे 397 था जो जनवरी के बाद से सबसे खराब स्तर है. इसके पहले दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक सोमवार को 312, मंगलवार को 302, बुधवार को 271 और बृहस्पतिवार को 354 था.