जिले के एक सरकारी अस्पताल में नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई ‘एनआईसीयू‘ में रविवार को आग लगने की घटना के बाद जीवन रक्षक प्रणाली ‘वेंटिलेटर’ पर रखे गए 12 शिशुओं को सुरक्षित बचा लिया गया. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस ने इस हादसे पर 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है. शुरुआती जांच में वेंटिलेटर में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने की बात सामने आ रही है.
इस हादसे के बाद अधिकारियों ने बताया कि घटना पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर के जिला महिला अस्पताल में सुबह करीब 11 बजे हुई. इसके बाद हड़कंप मच गया. आग की इस घटना के बाद फौरन पूरी टीम ने एक्टिव होकर बचाव कार्य शुरू किया और इसमें कोई भी बच्चा हताहत नहीं हुआ है.
एक जिलाधिकारी ने कहा-‘अस्पताल के कर्मचारियों ने नवजात आईसीयू से धुआं निकलते देख तुरंत दमकल विभाग को सूचित किया था. फौरन ही दमकल की टीम वहां पहुंच गई. समय रहते 12 नवजात शिशुओं को सुरक्षित बचा लिया गया, जिन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था’ उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंची दमकल विभाग की गाड़ियों ने समय रहते आग पर काबू पा लिया और इससे बड़ा नुकसान होने से बच गया.
वेंटिलेटर में शॉर्ट सर्किट से लगी थी आग
उनका कहना है कि आग एक वेंटिलेटर में शॉर्ट सर्किट होने के कारण लगी थी. अधिकारी ने कहा हालांकि इस घटना में कोई शिशु आग से झुलसा नहीं है. उन्होंने बताया कि सुरक्षित बचाए गए नवजातों को तुरंत सुपरस्पेशलिटी अस्पताल और अन्य चिकित्सा केंद्रों में स्थानांतरित किया गया.
सीएम ने मांगी हादसे की रिपोर्ट, जांच कमेटी गठित
अधिकारी के अनुसार उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अधिकारियों को 24 घंटे के भीतर घटना पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी पवनीत कौर ने घटना की जांच के लिए जिला सिविल सर्जन की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है.