उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की तानाशाही एक बार फिर से सामने आई है। बताया जा रहा है कि हर बार की तरह इस बार भी उत्तर कोरिया ने अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है लेकिन इस बार यह मिसाइल जापान के ऊपर से गुजर गई जिससे वहां के लोगों में दहशत फैल गई। बाहर घूम रहे लोग अपने-अपने घरों में घुस गए। इतना ही नहीं जापान सरकार ने भी चेतावनी जारी कर आश्रय स्थलों को खाली करने का आग्रह किया और सुरक्षित जगह जाने के लिए कहा। इतना ही नहीं छिपने के लिए कई जगह शेल्टर होम भी बनाए गए हैंं।
कई जगह ट्रेन सेवाएं बाधित, सरकार ने जारी किया J-अलर्ट
मिसाइल के गुजरने के बाद जापान के अधिकारियों ने आस-पास की इमारतों को खाली करने के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र के निवासियों के लिए ‘जे -अलर्ट’ जारी किया है। 2017 के बाद पहली बार ऐसा ‘अलर्ट’ जारी किया गया है। जापान के होक्काइदो और आओमोरी क्षेत्र में ट्रेन सेवाएं कुछ समय के लिए निलंबित की गई थीं। हालांकि अब बहाल कर दी गई हैं।
जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने की निंदा
वहीं जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने पत्रकारों से कहा उत्तर कोरिया द्वारा हाल ही में किए गए परीक्षण की कड़ी निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि वह स्थिति को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के साथ चर्चा करेंगे। जापान कैबिनेट के मुख्य सचिव हिरोकाजू मात्सुनो ने कहा कि उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बाद किसी तरह के नुकसान की तत्काल कोई खबर नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि मिसाइल 22 मिनट तक हवा में रहने के बाद देश के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर समुद्र में गिरी। वहीं दक्षिण कोरिया के ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ ने कहा कि उन्हें उत्तर के उत्तरी अंतर्देशीय क्षेत्र से दागी गई बैलिस्टिक मिसाइल के बारे में पता चला है।
मिसाइल के प्रशांत महासागर में गिरने की आशंका
ऐसा माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने क्षेत्र में अमेरिकी सहयोगियों को निशाना बनाने वाले हथियारों का परीक्षण तेज कर दिया है। जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि उत्तर कोरिया की ओर से कम से कम एक मिसाइल दागी गई, जिसके जापान के ऊपर गुजरते हुए प्रशांत महासागर में गिरने की आशंका है।