दक्षिण पश्चिम मानसून(south west monsoon) पूर्वोत्तर राज्यों में तबाही मचाने लगा है। असम, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश सहित पूर्वोत्तर राज्यों के बड़े हिस्से में भारी बारिश हो रही है। कई स्थानों पर बाढ़ (floods in northeast india) की स्थिति और खराब हो गई है। भारत मौसम विभाग (IMD) ने अगले 4-5 दिनों में और बारिश होने का अनुमान जताया है।
असम में गोलपारा जिले के आजाद नगर इलाके में भूस्खलन( landslide) के कारण एक घर गिरने से 2 बच्चों की मौत हो गई, जबकि दीमा हसाओ और उदलगुरी में बाढ़ के पानी में दो व्यक्ति डूब गए। इस साल राज्य में बाढ़ और भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है।
IMD ने कहा कि मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मेघालय, असम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों के अलावा नागालैंड और त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। असम के निचले जिलों में सभी स्कूल-कॉलेज शनिवार तक के लिए बंद करा दिए गए हैं। बाढ़ग्रस्त इलाकों के लोगों की मदद के लिए 7 कैम्प और 9 राहत वितरण केंद्र खोले गए हैं।
करीब 1,224 लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है, जिनमें से 677 कामरूप महानगर क्षेत्र में हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) द्वारा जारी एक बुलेटिन के अनुसार, 13 तटबंध(embankments) टूट गए और 64 सड़कें और एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया।