NASA ने मंगलवार सुबह-सुबह इतिहास रच दिया। 4 बजकर 45 मिनट के करीब पृथ्वी को ऐस्टरॉइड के खतरे से बचाने के अभ्यास के तहत अपने डार्ट मिशन को अंजाम दिया। ऐस्टरॉइड से टकराकर उसकी दिशा बदलना था जो सफल रहा। नासा की यह बड़ी सफलता है। भविष्य में ऐसे किसी भी खतरे को रोका जा सकेगा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का अंतरिक्ष में बहुत बड़ा प्रयोग था। नासा पृथ्वी को ऐस्टरॉइड के खतरे से बचाने के अभ्यास के तहत अपने डार्ट मिशन को अंजाम दिया।
अंतरिक्ष यान डिमोर्फोस नामक एक छोटे ऐस्टरॉइड से टकराया। यह एक बड़े ऐस्टरॉइड डिडिमोस की परिक्रमा कर रहा था डार्ट के टरकाने वाले ऐस्टरॉइड की लंबाई 169 मीटर के आसपास थी। वैज्ञानिकों को पहले से ही उम्मीद थी कि टक्कर से ऐस्टरॉइड की दिशा और गति दोनों बदल जाएगी। नासा ने धरती के चारों ओर 8 हजार से अधिक नीयर अर्थ ऑब्जेक्ट्स रिकॉर्ड किए हैं। इनमें कई ऐसी चीजें हैं जो धरती से टकरा गई तो काफी नुकसान हो सकता है। नासा का यह मिशन सफल रहा और भविष्य में ऐसे खतरों से निपटने में मदद मिलेगी।
DART मिशन
नासा यह परीक्षण करना चाहता था कि यदि धरती की तरफ आ रहे किसी खतरनाक ऐस्टरॉइड की दिशा में परिवर्तन किया जा सकता है। ऐसा करने के लिए नासा की ओर से इस प्रकार का पहला टेस्ट किया गया। हर दिन रेफ्रिजरेटर से लेकर कार तक के छोटे-बड़े कई ऐस्टरॉइड हमारी धरती की कक्षा में प्रवेश करते हैं। इनमें से अधिकतर वायुमंडल के घर्षण के कारण नष्ट हो जाते हैं। हालांकि, अंतरिक्ष में कई ऐसे ऐस्टरॉइड अब भी मौजूद हैं, जिनसे धरती को खतरा हो सकता है।