पाकिस्तान में बैठकर मुंबई अंडरवर्ल्ड का धंधा चलाने वाली डी कंपनी के गुंडों को पकड़वाने के लिए अब इनामों की बारिश की जा रही है. नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी ने घोषणा की है कि जो भी शख्स दाऊद इब्राहिम के खासमखास छोटा शकील को पकड़ने में मदद करेगा, उसे 20 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा. एनआईए ने दाऊद इब्राहिम को पकड़वाने में मदद करने वाले के लिए 25 लाख रुपए का इनाम रखा है. इसी तरह डी कंपनी के अन्य मेंबर्स और गुर्गों के लिए भी ढेर सारे इनामों की घोषणा की गई है.
दाऊद इब्राहिम और उसकी डी कंपनी के लोग मुंबई में 1993 के बम ब्लास्ट, हथियारों की तस्करी, ड्रग्स ट्रैफिकिंग, नकली नोट चलाने, आतंकी हमलों जैसे कई गुनाहों के लिए आरोपी हैं. दाऊद पर पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी आईएसआई की मदद से भारत में आतंकी हमले करवाने का आरोप है. हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा दी गई जानकारियों के मुताबिक बुधवार को एनआईए ने यह इनाम घोषित किया है.
D गैंग के इन लोगों को पकड़वाने पर मिलेंगे इनाम, ये रहे नाम
डी कंपनी के जिन लोगों को पकड़वाने के लिए इनामों की घोषणा की गई है, उनमें दाऊद के भाई अनीस इब्राहिम उर्फ हाजी अनीस, दाऊद इब्राहिम का करीबी जावेद पटेल उर्फ जावेद चिकना, शकील शेख उर्फ छोटा शकील, इब्राहिम मुश्ताक अब्दुल रज्जाक मेमन उर्फ टाइगर मेमन के नाम शामिल है. इन्हें पकड़वाने में मदद करने वालों के बंपर इनामों की घोषणा की गई है. जो छोटा शकील को पकड़वाने में मदद करेगा उसे 20 लाख रुपए, तो जो अनीस, चिकना और मेमन को पकड़वाने में मदद करेगा उसे 15 लाख रुपए और जो सीधे दाऊद इब्राहिम तक पहुंच बनाने में मदद करेगा उसे 25 लाख रुपए मिलेंगे.
डॉन को अब तक पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन रहा है
दाऊद इस वक्त पाकिस्तान के करांची में रह रहा है. 1993 को मुंबई के सीरियल बम ब्लास्ट के बाद दाऊद को पकड़वाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा समिति की ओर से 2003 में 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर्स इनाम देने की घोषणा की गई थी.भारत के मोस्ट वांटेड आरोपियों की लिस्ट में दाऊद इब्राहिम का नाम है. लश्कर-ए-तोयबा का प्रमुख हाफीज सईद, जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, हिजबुल मुजाहिदीन का संस्थापक सैयद सलाहुद्दीन और उसके करीबी अब्दुल रौफ असगर के नाम भी मोस्ट वांटेड आरोपियों की लिस्ट में हैं.
NIA ने फरवरी में D कंपनी के लोगों के खिलाफ दर्ज किए नए केस
एनआईए ने दाऊद और उनके सहयोगियों के खिलाफ फरवरी महीने में नए केस दर्ज किए. दाऊद की डी कंपनी ने भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए एक खास टीम का गठन किया है. यह जानकारी सामने आते ही एनआईए ने नए केस दर्ज किए. दाऊद इब्राहिम का लक्ष्य भारत के बड़े नेता, उद्योगपति हैं. पाकिस्तानी आईएसआई भारत में लश्कर-ए-तोयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल कायदा जैसे आतंकी संगठनों के स्लीपर सेेल्स की मदद से आतंकी हमले करवाने की साजिशें रच रही है.
29 ठिकानों पर एनआईए ने की थी छापेमारियां
एनआईए ने प्राप्त जानकारियों के आधार पर 29 ठिकानों पर छापेमारियां की थी. हाजी अली और माहीम दरगाह के ट्रस्टी सुहेल खंडवाणी, 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट मामले में दोषी ठहराए गए समीर हिंगोरा, छोटा शकील का रिश्तेदार सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट, दाऊद इब्राहिम का भाई इकबाल कासकर और भिवंडी में रहने वाला कयाम शेख के ठिकानों पर एनआईए की ओर से छापेमारी की गई थी.