सागर जिले के एक स्कूल में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब लापरवाही बरतते हुए नर्सिंग स्टूडेंट ने एक ही सिरिंज से 30 बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगा दी. इसकी जानकारी लगते ही एक तरफ जहां हंगामा मच गया, वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पैर फूल गए. बच्चों के स्वास्थ्य के साथ यह बड़ी चूक और लापरवाही जैन पब्लिक स्कूल में हुई. यहां स्कूली बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन का कैंप लगाया गया था. इसमें स्वास्थ्य विभाग ने निजी कॉलेज नर्सिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स की भी ड्यूटी लगा दी.
कोरोना वैक्सीनेशन की टीम स्कूल पहुंची और वैक्सीनेशन शुरू कर दिया. एक के बाद एक नर्सिंग स्टूडेंट ने करीब 30 बच्चों को एक ही सीरिंज से कोविड वैक्सीन लगा दी. वैक्सीनेशन चल ही रहा था कि एक बच्चे के पिता की नजर नर्सिंग स्टूडेंट पर पड़ गई. उन्होंने तुरंत इस मामले पर आपत्ति जताई और देखते-देखते ही हंगामा मच गया. शोर-शराबा मचता देख नर्सिंग स्टूडेंट तुरंत स्कूल से चला गया. जैन पब्लिक स्कूल में पढने वाली छात्रा के पिता दिनेश नामदेव ने बताया कि वैक्सीनेशन के दौरान जब उन्होंने देखा तो एक ही सिरिंज से सारे बच्चों को वैक्सीन लगा रहे थे. इस पर जब उन्होंने वैक्सीन लगा रहे स्टूडेंट से कारण पूछा तो उसने कहा कि एचओडी सर ने कहा है कि एक ही सिरिंज से सबको वैक्सीन लगानी है.
वैक्सीन मामले की जांच की जा रही है
इस घटना की जानकारी लगते ही स्वास्थ्य विभाग में हंगामा मच गया. सीएमएचओ आनन-फानन में स्कूल पहुंचे और जांच की. इस मामले में सीएमएचओ डॉ डीके गोस्वामी का कहना है कि कोविड वैक्सीनेशन के दौरान लापरवाही सामने आई है. इसकी जांच की जा रही है. उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. दूसरी ओर, वैक्सीनेशन में बरती इस लापरवाही के बाद वैक्सीन लगाने वालों के खिलाफ पुलिस एफआईआर के आदेश दे दिए गए हैं. इस मामले में जिला टीकाकरण अधिकारी की लापरवाही भी सामने आई है. उसके खिलाफ भी विभागीय जांच की जा सकती है. जैसे ही यह मामला प्रभारी कलेक्टर क्षितिज सिंघल को पता चला, उन्होंने तुरंत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए. सिंघल ने वैक्सीनेशन स्थल का भी निरीक्षण किया और लोगों से बातचीत की.