जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) का मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान जापानी और विदेशी नेता मौजूद रहे। आबे की अस्थियों को उनकी पत्नी अकी (Akie Abe) द्वारा टोक्यो में निप्पान बुडोकन स्थल (Nippon Budokan venue) पर ले जाया गया।
अंतिम संस्कार के विरोध में प्रदर्शन
आबे के अंतिम संस्कार के महंगे होने के विरोध में लोगों ने बुडोकन स्थल के पास प्रदर्शन किया। इस बीच, एक व्यक्ति ने खुद को आग लगा लिया। निप्पान बुडोकन स्थल के पास सुरक्षा में करीब 20 हजार पुलिसकर्मियों को लगाया गया, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को होने से रोका जा सके।
अंतिम संस्कार में खर्च किए गए 12 मिलियन डालर
शिंजो आबे के लिए राजकीय अंतिम संस्कार की लागत 1.7 बिलियन येन यानी लगभग 12 मिलियन डालर (97 करोड़ 92 लाख 30 हजार रुपये) हो आकी गई है। यह रकम इतनी ज्यादा है, इसने जापान में कई लोगों को नाराज कर दिया है। जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे आबे की 8 जुलाई को चुनाव प्रचार के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनका अंतिम संस्कार 12 जुलाई को किया गया। आबे को आर्थिक ठहराव और जापान में स्थिरता लाने का श्रेय दिया जाता है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी टोक्यो के निप्पान बुडोकन में राजकीय अंतिम संस्कार के दौरान जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को श्रद्धांजलि दी। वे सोमवार की रात जापान के लिए रवाना हुए थे। पीएम मोदी आबे को अपना प्रिय मित्र और चैंपियन मानते थे।