भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन से अगले प्रधानमंत्री होंगे। गीता पर हाथ रखकर शपथ लेने वाले ऋषि सुनक ईसाई बाहुल्य ब्रिटेन के पहले हिंदू प्रधानमंत्री हैं। यही नहीं, ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले गैर-श्वेत प्रधानमंत्री बने हैं। सुनक के पीएम बनने के साथ भारत और पाकिस्तान दोनों खुश हो सकते हैं। दरअसल सुनक के दादा-दादी ब्रिटिश शासन वाले भारत में पैदा हुए थे लेकिन उनका जन्मस्थान गुजरांवाला था। गुजरांवाला आधुनिक पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है। इस प्रकार, एक अजीब तरीके से नए ब्रिटिश नेता एक भारतीय और एक पाकिस्तानी दोनों है।
पूर्व वित्त मंत्री (42) को कंजरवेटिव पार्टी के 357 में से आधे से अधिक सांसदों का समर्थन मिला जबकि उन्हें जीत के लिए कम से कम 100 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी। सांसदों की प्रभावशाली समिति 1922 के प्रमुख सर ग्राहम ब्रैडी ने नाम वापस लेने के आखिरी दिन स्थानीय समयानुसार दो बजे संसद परिसर में घोषणा की कि उन्हें केवल एक नामांकन मिला है, लिहाजा सुनक नेता बनने की दौड़ में विजयी रहे हैं।
ऋषि के दादा ने छोड़ था गुजरांवाला
अब तक, उनके वंश के बारे में बहुत कम विवरण सिर्फ सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं तथा ब्रिटेन में कड़वी राजनीतिक तकरार के बीच भारतीय और पाकिस्तानी दोनों ही उनके सत्ता में आने के बारे में अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। क्वीन लायनेस 86 नामक ट्विटर हैंडल ने ट्वीट किया, ‘‘सुनक गुजरांवाला का एक पंजाबी खत्री परिवार है, जो अब पाकिस्तान में है। ऋषि के दादा रामदास सुनक ने 1935 में नैरोबी में क्लर्क की नौकरी के लिए गुजरांवाला को छोड़ दिया।’’