दो कारोबारी सत्रों की तेजी पर आज विराम लग गया और सप्ताह के दूसरे दिन शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला. आज सुबह सेंसेक्स 269 अंकों की गिरावट के साथ 54251 के स्तर पर और निफ्टी 91 अंकों की गिरावट के साथ 16187 के स्तर पर खुला. निफ्टी बैंक में ज्यादा गिरावट है और यह 245 अंक फिसल कर 35113 के स्तर पर खुला. आज महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, भारती एयरटेल, एनटीपीसी और रिलायंस जैसे शेयरों में तेजी है. दूसरी तरफ एचसीएल टेक्नोलॉजी, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंशियल सर्विसेज और नेस्ले इंडिया के शेयरों में गिरावट है. डॉलर के मुकाबले रुपया आज नए रिकॉर्ड लो पर खुला और यह 80 के स्तर को छू लिया है.
आज डॉलर के मुकाबले रुपया 80 के ऐतिहासिक और मनोवैज्ञानिक स्तर तक फिसल गया. आज सुबह डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे की गिरावट के साथ 80.05 के स्तर पर खुला. सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 16 पैसे की गिरावट के साथ 79.98 के स्तर पर बंद हुआ था. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कारोबार के दौरान सोमवार को ही इसने 80 का स्तर पार किया था. रुपये के लिए 80 एक मनोवैज्ञानिक स्तर था. जानकारों का कहना है कि अब रुपए में भारी गिरावट संभव है. यह फ्री फॉल की तरफ बढ़ रहा है, क्योंकि मनोवैज्ञानिक टूटने के बाद सेंटिमेंट नेगेटिव हो गया.
गिरावट पर बायर्स हावी होंगे और जारी रहेगा हलचल
बाजार की गिरावट को लेकर मेहता इक्विटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत तापसे ने कहा कि अमेरिकी बाजार में गिरावट का असर एशियाई बाजारों पर दिख रहा है. बाजार में अभी हलचल बनी रहेगी. हर गिरावट पर बायर्स हावी होंगे और तेजी आएगी. फेडरल रिजर्व की तरफ से इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी को लेकर अग्रेसिव में थोड़ी नरमी की संभावना से सेंटिमेंट को बल मिला है. दूसरी तरफ अपनी इकोनॉमी को संभालने के लिए चाइनीज सेंट्रल बैंक- पीपल्स बैंक ऑप चाइना बड़े पैमाने पर लिक्विडिटी इन्फ्लो कर रहा है. इससे बाजार को राहत मिलेगी. तेजी की स्थिति में निप्टी के लिए पहला टार्गेट 16321 का स्तर होगा. इस स्तर को पार करने के बाद निफ्टी 16500 की तरफ रुख करेगा.
सरकारी कंपनियों पर कायम है विदेशी निवेशकों का भरोसा
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशी निवेशक भले ही बड़े पैमाने पर बिकवाली कर रहे हैं तो लेकिन सरकारी कंपनियों के प्रति उनका विश्वास अभी भी बना हुआ है. 50 लिस्टेड पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स में 30 कंपनियों ने एफपीआई ने इस तिमाही में अपना निवेश बढ़ाया है. दूसरी तरफ फॉरन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स साल 2022 में भारतीय बाजार से अब तक 2.38 लाख करोड़ की निकासी कर चुके हैं.