बीती शाम को गुलदार मयकोट के समीप राजगांव में आ धमका। प्रधान वीरपाल सिंह बिष्ट ने बताया कि शाम 7:30 बजे के लगभग काजोल (25) आंगन में बर्तन धो रही थी। गुलदार महिला पर झपटने वाला था कि महिला ने शोर मचा दिया और गुलदार भाग निकला।
भिलंगना ब्लॉक के मयकोट गांव में रविवार शाम एक बच्चे को मारने के बाद गुलदार सोमवार शाम को पड़ोस के राजगांव में भी आ धमका। घर के आंगन में बर्तन धो रही एक महिला गुलदार के हमले से बाल-बाल बची। मयकोट और आसपास के गांवों में गुलदार की दहशत बनी हुई है।
वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारने के लिए दो शूटर तैनात कर दिए हैं। डीएफओ ने मंगलवार को मयकोट गांव पहुंचकर मृतक बच्चे के परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया। मयकोट के अल्दी तोक निवासी रणवीर चंद के 12 साल के बेटे अर्नव को 27 नवंबर शाम को गुलदार ने मार डाला था।
22 नवंबर को भी गुलदार ने बड़ियार गांव निवासी धनवीर लाल को भी मौत के घाट उतार दिया था जिसके बाद क्षेत्र में गुलदार की दहशत बनी हुई है। बीती शाम को गुलदार मयकोट के समीप राजगांव में आ धमका। प्रधान वीरपाल सिंह बिष्ट ने बताया कि शाम 7:30 बजे के लगभग काजोल (25) आंगन में बर्तन धो रही थी। गुलदार महिला पर झपटने वाला था कि महिला ने शोर मचा दिया और गुलदार भाग निकला।
वन रेंज अधिकारी प्रदीप चौहान ने बताया कि स्थानीय लोगों की मांग पर गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारने के लिए शूटर जॉय हुकिल और गंभीर सिंह भंडारी को मयकोट गांव के आसपास तैनात कर दिया गया है। दोनों शूटर गांव में पहुंच चुके हैं।
गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया गया है। अपराह्न बाद टिहरी वन प्रभाग के डीएफओ वीके सिंह मयकोट गांव पहुंचे। उन्होंने गुलदार के हमले में मृत अर्नव के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। वन कर्मियों को क्षेत्र में रात्रि गश्त लगाने को कहा।