ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क इस प्लेटफॉर्म पर फ्री स्पीच का दावा कर रहे हैं। जिसके बाद कई लोग इसका विरोध कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि इससे ट्रोलर्स को खुले मंच पर गाली-गलौज व गलत सूचनाएं फैलाने का लाइसेंस मिल जाएगा। इसी बीच अब मस्क ने फ्री स्पीच का मतलब समझाया है।
एलन मस्क ने क्लैरिफिकेशन ट्वीट में लिखा है- मैं उस सेंसरशिप के खिलाफ हूं जो कानून से अलग हो। फ्री स्पीच से मेरा मतलब है जो कानून के हिसाब से हो। अगर लोगों को कम फ्री स्पीच चाहिए तो उन्हें सरकार से इसको लेकर कानून बनाने की मांग करनी चाहिए। इसलिए कानून से परे जाना लोगों की इच्छा के विपरीत है।
दरअसल, ह्यूमन राइट्स ग्रुप का कहना है कि बिना किसी गाइडलाइन के फ्री स्पीच की अनुमति देने से ट्विटर पर हेट स्पीच कंटेंट भर जाएगा। एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि इससे फर्जी सूचनाओं का खतरा बढ़ जाएगा।
ट्विटर में फ्रीडम ऑफ स्पीच के हिमायती
एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी हैं। वे फ्रीडम ऑफ स्पीच के तरफदार हैं। ट्विटर को खरीदने की अपनी मंशा के पीछे भी उन्होंने यही वजह बताई थी कि इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फ्रीडम ऑफ स्पीच खतरे में है और वे सुनिश्चित करना चाहते हैं कि यह बनी रहे।
फ्री स्पीच का दावा कर रहे हैं ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क
मस्क ने ट्विटर के मालिक बनने के बाद एक ट्वीट में लिखा कि फ्री स्पीच लोकतंत्र का आधार है।
ट्विटर डिजिटल टाउन है, जहां मानवता के भविष्य के लिए जरूरी मुद्दों पर बहस होती है।
उन्होंने कहा- यहां सभी यूजर्स को अभिव्यक्ति की आजादी मिलेगी।
उम्मीद है मेरे सबसे बुरे आलोचक भी प्लेटफॉर्म पर बने रहेंगे।
टेस्ला के फाउंडर ने 44 अरब डॉलर में खरीदा ट्विटर
मस्क ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर को खरीदने के लिए 44 अरब डॉलर (3,368 अरब रुपए) की डील की।
ट्विटर के हर शेयर के लिए 54.20 डॉलर (4,148 रुपए) चुकाए हैं।
उनके पास पहले से ही ट्विटर में 9% की हिस्सेदारी मौजूद थी।
वे ट्विटर के सबसे बड़े शेयर होल्डर थे।
ताजा डील के बाद उनके पास कंपनी की 100% हिस्सेदारी हो गई है|
ट्विटर उनकी प्राइवेट कंपनी बन गई है।
10 दिन तक चलती रही खरीद-बिक्री पर चर्चा
एलन मस्क ने 4 अप्रैल को पहली बार ट्विटर में 9.2% शेयर खरीदने की जानकारी दी थी।
उन्होंने 15 अप्रैल को ट्विटर को पूरी तरह खरीदने का ऑफर दिया।
उस वक्त ट्विटर के शेयर होल्डर्स में से एक सऊदी प्रिंस अल वलीद बिन तलाल एलन ने मस्क के ऑफर को ठुकरा दिया था|
लेकिन पिछले 7 दिन से ट्विटर बोर्ड की लगातार बैठकें होती रहीं|
आखिरकार बोर्ड ने मस्क के ऑफर को मंजूर कर लिया।