टेक सेक्टर में आए भूकंप का असर एपल पर भी पड़ा है, जो अपने कुछ कर्मचारियों को निकालने की योजना बना रही है। अभी तक छंटनी से बचने वाली कंपनी कर्मचारियों को निकालने की भी योजना बना रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर ऐसा होता है तो यह एपल की ओर से की जाने वाली पहली छंटनी होगी। हाल के वर्षों में, टेक उद्योग में छंटनी का संकट पैदा हो गया है, ट्विटर, गूगल और अमेज़ॅन जैसी कंपनियों ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों को निकाल दिया है।
अभी तक एप्पल छंटनी से दूर रही है और दूसरे तरीकों से लागत कम करने की कोशिश कर रही है। हालांकि, अब कुछ कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। एप्पल की डेवलपमेंट एंड प्रिजर्वेशन टीम में काम करने वाले कर्मचारी छंटनी से प्रभावित होंगे। बता दें कि कंपनी ने अभी तक छंटनी को लेकर ऑफिशियल जानकारी शेयर नहीं की है।
रिटेल स्टोर की जिम्मेदारी
ये टीम दुनिया भर में एप्पल रिटेल स्टोर बनाने और उनके रखरखाव की जिम्मेदारी संभालती है। फिलहाल कितनी लोगों की नौकरी जाने का खतरा है इसकी संख्या का पता नहीं चल पाया है। मीडिया रिपोर्ट्स ये संख्या कम रहने की उम्मीद है। खराब इकोनॉमिक कंडीशन और खर्चों से परेशान टेक सेक्टर की दूसरी कंपनियों ने तो बड़ी संख्या में लोगों को निकाला है।
कर्मचारियों की मदद
इस कदम को एप्पल छंटनी के बजाय दूसरे तरीके से पेश करने कर सकता है। कंपनी कर्मचारियों को यकीन दिलाना चाहेगी कि ये बदलाव ग्लोबल लेवल पर स्टोर के रखरखाव में सुधार के लिए डिजाइन किए गए हैं। वहीं, कंपनी प्रभावित कर्मचारियों की मदद भी करेगी। आईफोन मैन्यूफैक्चरर ने छंटनी की बजाय अभी तक बजट कम करने जैसी तरकीबों से काम चलाया है।
1.64 लाख कर्मचारी
पिछले वित्त वर्ष में सितंबर तक एप्पल में 1.64 लाख कर्मचारी काम कर रहे थे। कोविड महामारी के दौरान कंपनी ने गूगल, अमेजन की तरह बड़े पैमाने पर लोगों को भर्ती नही किया। वहीं, गूगल और अमेजन जैसी कंपनियों को बाद में कई हजार लोगों को नौकरी से निकलाना पड़ गया।