• Fri. Nov 22nd, 2024

    मस्क ने स्पेस-X को भी डेलावेयर स्टेट से हटाया: 2700 किलोमीटर दूर टेक्सास शिफ्ट किया

    स्पेस-X

    अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क ने अपनी कंपनी स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजीज कॉर्पोरेशन, जिसे स्पेस-X के नाम से भी जाना जाता है, को डेलावेयर स्टेट से हटाकर लगभग 2700 किलोमीटर दूर टेक्सास में स्थानांतरित किया है। पहले, 8 फरवरी को, मस्क ने अपनी कंपनी न्यूरालिंक को डेलावेयर से करीब 4,100 किलोमीटर दूर नेवाडा में स्थानांतरित किया था, जो मस्क द्वारा ब्रेन इंप्लांट पर काम करने के लिए शुरू की गई थी।

    Read also:CBSE asks students to use Delhi Metro on way to exam centres

    मस्क के सोशल मीडिया हैंडल X पर स्पेस-X के डेलावेयर से हटाए जाने की सूचना

    मस्क ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर स्पेस-X के डेलावेयर से हटाए जाने की सूचना दी है। उन्होंने लिखा, स्पेस-X ने अपने इंकॉर्पोरेशन को डेलावेयर से टेक्सास में स्थानांतरित कर दिया है। यदि आपकी कंपनी अभी भी डेलावेयर में है, तो मैं आपको जल्द से जल्द दूसरे राज्य में जाने की सलाह देता हूं।

    Read also:तलाक की अफवाहों के बीच दलजीत कौर बोलीं, बच्चे की कोई गलती नहीं है

    डेलावेयर कोर्ट ऑफ चांसरी की जज ने मस्क के 50 बिलियन डॉलर के पैकेज को रद्द किया

    पिछले महीने 30 जनवरी को, डेलावेयर कोर्ट ऑफ चांसरी की जज कैथलीन मैककॉर्मिक ने एलन मस्क के 50 बिलियन डॉलर (करीब 4.15 लाख करोड़ रुपए) के पैकेज को ‘अथाह राशि’ करार देते हुए उसे रद्द कर दिया और 2018 से मिली अतिरिक्त वेतन को लौटाने का भी आदेश दिया था। इसके अतिरिक्त, ट्विटर पर डेलावेयर में मस्क के खरीदने के मामले में भी विवाद चल रहा है। इसी कारण, नाराज होकर मस्क ने अपनी सभी कंपनियों को यहां से हटाने का निर्णय लिया है। इसके पीछे 5 साल पहले, कुछ शेयर होल्डर्स ने मस्क और टेस्ला के बोर्ड पर कॉर्पोरेट संपत्तियों को बर्बाद करने और गैरकानूनी रूप से अमीर बनाने का आरोप लगाया था। मस्क के पास टेस्ला की लगभग 13% हिस्सेदारी है।

    Read also:अमेरिका में फायरिंग, लोगों ने हमलावर को दबोचा

    डेलावेयर: अमेरिका का व्यापारिक निगम कैपिटल

    डेलावेयर, अमेरिका का कई कंपनियों के ऑफिशियल सेटअप का प्रमुख स्थान है। इस शहर में स्थित 500 कंपनियों में से 70% से अधिक कंपनियां पंजीकृत हैं, क्योंकि यहां की अदालतें कार्रवाई के लिए प्रसिद्ध हैं। इस क्षेत्र में न्यायिक अधिकारियों के पास व्यापारिक कानूनों के बेहतर ज्ञान होता है, जो बड़े व्यापारिक समझौतों और विवादों को संभालने में मदद करता है। यहां की न्यायिक संरचना के कारण, दूसरे देशों की कंपनियां भी अपनी व्यापारिक समस्याओं के लिए डेलावेयर को चुनती हैं। इसलिए, डेलावेयर को “अमेरिका का निगम कैपिटल” भी कहा जाता है।

    Read also:इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक, मुख्य न्यायाधीश बोले- सरकार से पूछना जनता का कर्तव्य

    Share With Your Friends If you Loved it!