अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फार्मा उत्पादों पर शुल्क लगाने की बात कहने के बाद निवेशकों की चिंता बढ़ गई है, जिसका सीधा असर फार्मा कंपनियों के शेयरों पर दिखाई दिया। बुधवार, 9 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत कमजोर रही.
सेंसेक्स 123 अंक गिरकर 74,103.83 पर जबकि निफ्टी 75 अंक टूटकर 22,460.30 पर खुला। बाजार खुलते ही फार्मा क्षेत्र के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। ट्रंप के बयान ने वैश्विक और घरेलू बाजारों में अस्थिरता बढ़ा दी है.
भारतीय फार्मा कंपनियों पर दिखा ट्रंप के बयान का असर
शुरुआती कारोबार में बाजार दबाव में रहा. सेंसेक्स 302 अंक या 0.41% की गिरावट के साथ 73,939 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि निफ्टी 107 अंक या 0.48% टूटकर 22,433 पर पहुंच गया.सिर्फ लार्जकैप ही नहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट देखने को मिली. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 436 अंक या 0.87% टूटकर 49,402 पर आ गया, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 150 अंक या 0.98% की गिरावट के साथ 15,238 पर ट्रेड कर रहा था.
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ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका जल्द ही फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स पर भारी टैरिफ लगाने जा रहा है. उनका कहना है कि इस कदम से दवा कंपनियां अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रोत्साहित होंगी. अब तक फार्मा सेक्टर को US की रेसिप्रोकल टैरिफ पॉलिसी से छूट मिली हुई थी, लेकिन अब इस पॉलिसी का दायरा बढ़ाया जा रहा है.
भारतीय फार्मा कंपनियों पर असर : भारत अमेरिका को दवाओं का सबसे बड़ा सप्लायर है. ऐसे में ट्रंप के इस फैसले का सीधा असर भारतीय फार्मा कंपनियों पर पड़ेगा. Sun Pharma, Lupin, Dr. Reddy’s, Aurobindo Pharma और Gland Pharma जैसी कंपनियां अमेरिकी बाजार पर काफी निर्भर हैं और उनके शेयर बुधवार को दबाव में नजर आए.