रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आरबीआई मौद्रिक नीति का ऐलान किया। शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने रुख को ‘व्यवस्थित’ बनाए रखते हुए रेपो रेट 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी बरकरार रखा है।
RBI का नीतिगत निर्णय अनुमानों के अनुरूप था, क्योंकि अर्थशास्त्री केंद्रीय बैंक से प्रमुख नीतिगत दरों पर यथास्थिति बनाए रखने की अपेक्षा कर रहे थे।
गवर्नर ने कहा, ‘महंगाई दर अनुमान से बेहतर स्थिति में है और इकोनॉमी में तेज रिकवरी के संकेत मिल रहे हैं। इसके साथ ही ग्रोथ में तेजी से सुधार दिख रहा है और ग्राहकों का भरोसा भी बढ़ रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘बर्ड फ्लू के कारण पोल्ट्री डिमांड घटी है। वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 10.5 रहने का अनुमान है।’
शक्तिकांत दास ने कहा, ‘उपभोक्ता विश्वास पुनर्जीवित हो रहा है और विनिर्माण, सेवाओं व बुनियादी ढांचे की व्यावसायिक उम्मीदें बरकरार हैं। माल और लोगों की आवाजाही व घरेलू व्यापारिक गतिविधियां तेज गति से बढ़ रही हैं। वर्ष 2020 तक हमारी क्षमताओं और धीरज का परीक्षण किया गया। 2021 हमारे इतिहास के पाठ्यक्रम में एक नए आर्थिक युग के लिए मंच निर्धारित कर रहा है।’
RBI को उम्मीद है कि 2021-22 के लिए GDP विकास दर 10.5% होगी। गवर्नर ने कहा कि मुद्रास्फीति 4% के सहिष्णुता बैंड में लौट आई है, जबकि आत्मनिर्भर भारत के तहत सरकार के निवेश उन्मुख उत्तेजना परिणाम दिखाना शुरू कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि बजट में स्वास्थ्य और इन्फ्रा सेक्टर को प्रोत्साहन दिया गया है।