मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज करीब 50 करोड़ यूरो (4,060 करोड़ रुपये) के अनुमानित समझौते में जर्मनी की रिटेल कंपनी मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया के भारत में कारोबार का अधिग्रहण करने के लिए तैयार है। उद्योग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इस समझौते में 31 थोक वितरण केंद्र, भूमि बैंक और मेट्रो कैश एंड कैरी के स्वामित्व वाली अन्य संपत्तियां शामिल हैं। यह समझौता देश के सबसे बड़ी खुदरा कंपनी रिलायंस रिटेल को बी2बी श्रेणी में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में मदद करेगा।
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज और मेट्रो के बीच पिछले कुछ महीनों से चर्चा चल रही थी और पिछले सप्ताह जर्मनी की कंपनी रिलायंस रिटेल के प्रस्ताव पर राजी हो गई। मेट्रो और रिलायंस इंडस्ट्रीज दोनों ने संपर्क करने पर इस घटनाक्रम पर फ़िलहाल टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
रिलायंस को एसबीआई ने पछाड़ा
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का शुद्ध लाभ 14,752 करोड़ रुपये रहा। इसी के साथ एसबीआई देश की सबसे लाभदायक कंपनी बन गई है। एसबीआई ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को भी पीछे छोड़ दिया है।
रिलायंस ने सितंबर तिमाही में 13,656 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। इससे पहले कई दशकों तक सबसे लाभदायक कंपनी उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज थी।