चंडीगढ़ पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा करते हुए दो युवकों की गिरफ्तारी की है।
यह आरोपी ज़ूम कार कंपनी से फर्जी आईडी पर गाड़ी बुक करवा गाड़ी समेत गायब हो जाते थे।
यह चंडीगढ़, महाराष्ट्र और इंदौर जैसी जगहों से कार किराए पर लेकर इन वारदातों को अंजाम देते थे।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान जोधपुर, राजस्थान के 24 वर्षीय मांगी लाल(24) और मदन चौधरी(23) के रुप में हुई है।
गाड़ी को चुरा वह उसका रंग भी बदल देते थे।
इनकी गिरफ्तारी से चंडीगढ़ पुलिस ने कुल 5 आपराधिक केसों को सुलझाने का दावा किया है।
इनमें तीन चोरी के मामले सेक्टर 17 थाना, सेक्टर 39 थाना और आईटी पार्क थाने में दर्ज थे।
वहीं दो चोरी के मामले इंदौर और महाराष्ट्र में दर्ज हैं।
आरोपी फर्जी दस्तावेजों पर गाड़ी किराए पर लेकर अपनी पहचान छिपाने के लिए सिम कार्ड भी तोड़ देते हैं।
दोनों ही आरोपी ड्राइवर का काम करते थे।
चंडीगढ़ पुलिस ने आरोपियों को भी पकड़ लिया
पुलिस ने धनास की लेक के पास एक नाका लगा रखा था। इस दौरान एक्टिवा सवार युवक(मांगी लाल) को रोक उससे गाड़ी के कागज दिखाने को कहा गया। कागज न दिखा पाने पर पुलिस को उस पर शक हुआ। पुलिस को जांच में पता चला कि वह एक्टिवा आईटी पार्क थाना क्षेत्र से पिछले साल चुराया गया था। पूछताछ में उसके कब्जे से एक मोटरसाइकिल भी मिली। वह पिछले साल जनवरी में सेक्टर 39 थाना क्षेत्र से चुराई गई थी।
उसने खुलासा किया कि मदन चौधरी नाम के युवक के साथ मिल वह ज़ूम कार कंपनी से गाड़ियां बुक करवा उन्हें भी चुरा लेते थे। पुलिस ने मदन को भी पकड़ लिया। आरोपियों से तीन क्रेटा कार भी बरामद की गई। इनमें से एक कार का जीपीएस भी आरोपियों ने तोड़ दिया था। आरोपियों ने कार का रंग भी लाल से सफेद कर दिया था। इसी तरह बाकी दोनों क्रेटा कार इंदौर और महाराष्ट्र से चुराई गई थी। उनके रंग भी बदल दिए गए थे।