गुजरात में ड्रग्स की एक और बड़ी खेप बरामद हुई है।
गुजरात एंटी टेररिस्ट स्काड यानी एटीएस ने करीब 120 किलो ड्रग्स बरामद किया है। इसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।
इस बात की जानकारी गृहमंत्री हर्ष संघवी ने सोमवार को दी।
उन्होंने आगे काह कि गुजरात के डीजीपी इस मामले की विस्तृत जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कुछ देर में देंगे।
मोरबी से जब्त की गई 600 करोड़ की हेरोइन :
गुजरात में हेरोइन की एक बड़ी खेप पकड़ी गई है।
जानकारी के मुताबिक गुजरात एटीएस ने मोरबी के जिंजुडा गांव से 600 करोड़ रुपए की हेरोइन (120 किलो) जब्त की है।
इस संबंध में 3 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है और पूछताछ जारी है।
सूत्रों की मानें तो यह पाकिस्तान के रास्ते गुजरात पहुंची थी और यहीं से देश के अलग-अलग राज्यों में जाना था।
हालांकि इस संबंध में सुबह 11 बजे एटीएस की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी जाएगी।
आपको बता दें कि इससे पहले भी कच्छ के मुंद्रा पोर्ट से 3 हजार किलो हेरोइन जब्त की गई थी।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 9 हजार करोड़ रुपए है। इस कार्रवाई में अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस तस्करी से संबंधित कुछ अफगान नागरिकों की भी तलाश की जा रही है।
इस छापे के बाद दिल्ली, चेन्नई, अहमदाबाद, गांधीधाम, मांडवी में भी छापेमारी कर तलाशी ली जा रही है।
ATS को मिली कामयाबी: गुजरात में ड्रग्स की एक और बड़ी खेप बरामद
संघवी ने ट्वीट कर बताया कि गुजरात पुलिस को एक और कामयाबी मिली है।
राज्य से ड्रग्स के खात्मे के लिए गुजरात पुलिस कमर कस चुकी है और आगे बढ़ रही है।
गुजरात एटीएस ने लगभग 120 किलो ड्रग्स को पकड़ा है।
गुजरात के पुलिस महानिदेशक आज सुबह 11 बजे इस विषय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे।
इससे पहले राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) द्वारा सितंबर में कच्छ के मुंद्रा बंदरगाह से लगभग 21,000 करोड़ रुपये मूल्य की करीब 3,000 किलोग्राम हेरोइन जब्त किए गए थे।
ड्रग्स दो कार्गो कंटेनरों में मिला था, जिसे तस्करी कर लाया गया था।
इसे शिपिंग सेमी-प्रोसेस्ड टैल्क स्टोन घोषित किया गया था। ड्रग्स अफगानिस्तान से भेजे गए थे।
डीआरआई ने इस मामले में चेन्नई के एक दंपति और एक अन्य आरोपी को कोयंबटूर से भी गिरफ्तार किया था, जो अब यह केस राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के पास है।
जब्त हेरोइन का निर्यात कंधार स्थित हसन हुसैन लिमिटेड द्वारा किया गया था और विजयवाड़ा स्थित आशी ट्रेडिंग कंपनी द्वारा बंदर अब्बास पोर्ट, ईरान के माध्यम से गुजरात के मुंद्रा पोर्ट में आयात किया गया था।