लखीमपुर केस में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष को जमानत मिल गई है। यूपी हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने जमानत दी है। आशीष पर किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है। आशीष को 9 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। वह तब से ही जेल में है।
3 अक्टूबर को आशीष की जीप से कुचले गए थे किसान
लखीमपुर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर नेपाल की सीमा से सटे तिकुनिया गांव में 3 अक्टूबर को दोपहर करीब तीन बजे किसान भारी मात्रा में प्रदर्शन कर रहे थे, तभी अचानक से तीन गाड़ियां (थार जीप, फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो) किसानों को रौंदते चली गईं।
घटना से आक्रोशित किसानों ने जमकर हंगामा किया।
इस हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हो गई।
इसमें 4 किसान, एक स्थानीय पत्रकार, दो भाजपा कार्यकर्ता शामिल हैं।
यह घटना तिकुनिया में आयोजित दंगल कार्यक्रम में UP के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले हुई थी।
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी बेटे आशीष मिश्रा को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने जमानत दे दी है।
आशीष लखीमपुर में किसानों को थार से रौंदने के मामले में मुख्य आरोपी थे।
आशीष 130 दिन से जेल में थे। जस्टिस राजीव सिंह सिंह एकल पीठ ने यह फैसला सुनाया है।
कोर्ट ने 18 जनवरी 2022 को आशीष की जमानत अर्जी पर सुनवाई के बाद आदेश को सुरक्षित किया था।
जिस पर आज फैसला सुनाया है।
लखीमपुर में 3 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा
लखीमपुर में 3 अक्टूबर (रविवार) को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे।
इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इसमें चार किसानों की मौत हो गई थी
। हिंसा भड़क गई। भड़की हिंसा के दौरान एक पत्रकार समेत 4 अन्य की भी मौत हुई थी।